उत्तर प्रदेश – जनपद – अमेठी :- उत्तर प्रदेश के मुखिया के लाख नसीहतों के बाद भी पुलिसकर्मी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पुलिस को जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए बनाया गया है लेकिन अब यही पुलिस खुद ही वर्दी का रौब दिखाकर दूसरो की जमीन हड़पने में लगे है। जिसकी शिकायत लेकर पूर्व प्रधान का परिवार जब थाने पहुँचा तो खाकी ने भी खाकी का साथ दिया और पीड़ितों को चलता कर दिया. पीड़ितों ने मदद के लिए एसपी और डीएम से लेकर यूपी के राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक शिकायत की लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई.
यह मामला अमेठी जिले के शुकुलबाजार बाजार थानाक्षेत्र के नेवाज मदरगढ़ गांव का है… जहाँ के रहने वाले पूर्व प्रधान के घर के सामने डीजीपी ऑफिस में तैनात सिपाही ने दबंगई के बल पर जबरन दीवाल खड़ी करवा दी। दीवाल बन जाने के कारण पूर्व प्रधान के परिजनों का घर से निकलने का रास्ता ही बंद हो गए जिसके बाद पीड़ितों ने दीवाल को गिराने के लिए थाने की शरण ली। पीड़ितों को तीन दिनों तक दौड़ाने के बाद थाना प्रभारी संबंधित लेखपाल को लेकर मौके पर पहुँचे लेकिन उल्टा सिपाही के पक्ष में ही फैसला सुना डाला। वहीं पीड़ित ने बताया कि करीब 30 साल पहले उसका मकान बना और पड़ोस में ही विपक्षियों का मकान है। मार्ग का निर्माण हुआ लेकिन सिपाही और वर्तमान ग्राम प्रधान ने घर के पहले तक रास्ता ही बंद कर दिया। ईर्ष्या वश इन लोगों ने मेरे घर के सामने जबरन दीवाल खड़ी करवा दी और जब मैं शिकायत लेकर थाने गया तो कोई सुनवाई नही हुई। स्थानीय थाना प्रभारी पूरी तरह से सिपाही की मदद कर रहे है। सिपाही की पत्नी भी इसी जिले के मोहनगंज थाने में उप निरीक्षक के पद पर तैनात है जिसका उसे फायदा मिल रहा हैं…।