देवरिया (जनमत) :- केंद्र की मोदी सरकार ने जहाँ एक ओर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीब जनता के लिए खाद्यान्न वितरण व्यवस्था सुनिश्चित की है और लॉक डाउन में प्रवासी मजदूरों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया है। वहीं उत्तर प्रदेश के देवरिया में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली की हालत बहुत ही खराब है। यहाँ कोटेदारों की मनमानी के साथ दबंगई चरम पर है। आय दिन कोटेदारों द्वारा कम राशन देने और घटतौली की शिकायतें मिल रही हैं। जनपद के विकास खंड के मदरा पाली खास में भी इसी प्रकार की शिकायत मिली है। ग्रामीण बिस्मिल्लाह ने बताया कि 35 किलो राशन देने की जगह 22 किलो राशन मिलता है,और जब इसका विरोध करते हैं तो कोटेदार गाली गलौज पर आमादा हो जाता है।
विकास खंड रामपुर कारखाना के मदरा पाली खास में कोटेदार किरण देवी के विरुद्ध ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है।ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि किरण देवी कोटेदार के पति दबंग और मनबढ़ किस्म के व्यक्ति हैं। हम जब भी राशन लेने जाते हैं तो उनके द्वारा मनमानी करते हुए राशन कम दिया जाता है और घटतौली भी की जाती है। अक्सर तो हम लोगों को डांट कर भगा दिया जाता है।ग्रामीण मुन्नीलाल ने बताया कि मुझे कम राशन दिया जा रहा है । वहाँ जाने पर जब 35 किलो राशन मांगते हैं तो 26 से 27 किलो राशन देते हैं और बचा राशन मांगने पर डांट कर भगा देते हैं।
जिला पूर्ति अधिकारी विनय सिंह ने बताया कि मदरापाली खास गाँव की शिकायत मिली है। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को मामले की जांच के लिए नामित किया गया है। जांच अधिकारी की जाँच के बाद दोषी पाए जाने पर कोटेदार के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मदरा पाली खास में ग्रामीणों को कोटेदार की मनमानी का एक ओर दंश झेलना पड़ रहा है। वहीं जांच के बाद यदि कड़ी कार्रवाई होती है तो निश्चित ही ग्रामीणों को कोटेदार की मनमानी से निजात मिल सकेगी साथ ही उनके हिस्से का राशन भी मिल सकेगा।
Posted By:- Ankush Pal
Reported By:- Lal Babu Gautam..Deoria.