गोरखपुर (जनमत) :- बीटेक और एमटेक के छात्रों को नए-नए अविष्कार करते तो आपने कई बार देखा और सुना होगा. लेकिन, अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए गोरखपुर के एक चित्रकार अजय ने खिलौनों से प्रेरणा लेकर एक अनोखी साइकिल बनाई है. गोरखपुर विश्वविद्यालय में चित्रकला के छात्र ने तकनीकी दुनिया में हस्तक्षेप करते हुए एक ऐसी साइकिल तैयार की है, जो है तो साइकिल लेकिन चलती है स्कूटर की तरह. यानी इसे चलाने के लिए पैडिल नहीं मारना पड़ता, स्कूटर की तरह एक्सीलेटर घुमाना पड़ता है, हालांकि पैडिल का विकल्प भी साइकिल में खुला हुआ है.
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वहीँ इस अनोखी साइकिल का आविष्कार करने वाले छात्र ने बताया की कि पैसे की कमी के चलते उनके पास स्कूटर या बाइक नहीं है. घर से विश्वविद्यालय की दूरी अधिक होने के कारण आने में काफी दिक्कत होती थी. ऐसे में छात्र ने साइकिल को ही स्कूटर का रूप देने की ठान ली. इसके लिए बच्चों के स्वचालित खिलौनों की तकनीक का गंभीरता से अध्ययन किया और डीसी मोटर से एक महीने के प्रयास के बाद साइकिल को बैटरी वाला स्कूटर बना दिया. इस साइकिल में छात्र ने नौ एएच और 12 वोल्ट की दो बैटरी लगाई, जिसे एक बार चार्ज करने के बाद 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सात से आठ किलोमीटर तक चलाया जा सकता है.यह साइकिल अपनी बनाई गयी पेंटिंग बेचकर तैयार की है और इसमें इसकी कुल लागत 11 हजार आई है. अजय ने इस साईकिल में और ज्यादा एक्सपेरिमेंट करने की प्रक्रिया जारी रखी है.