अलीगढ (जनमत):- पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में भाकियू टिकैत गुट आज ट्रैक्टर मार्च निकाल रहा है। विभिन्न जिलों में अलग-अलग रास्तों से किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर कलक्ट्रेट तक पहुंचे | इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ मे संयुक्त किसान मोर्चा के MSP पर गारंटी कानून सहित अन्य मांगो को लेकर भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। जिसके तहत जगह-जगह से किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर जिला मुख्यालय पर अपनी मांगों को लेकर डीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे।जहां किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए डीएम ने जिला मुख्यालय का गेट अंदर से बंद कर दिया। डीएम द्वारा जिला मुख्यालय का गेट बंद कराए जाने से गुस्साए किसानों ने कार्यालय के गेट के बाहर ट्रैक्टरों को खड़ा करते हुए सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया हैं। साथ ही जिलाअध्यक्ष ने डीएम द्वारा जिला मुख्यालय का गेट बंद करने पर कहां की किसान डीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। लेकिन डीएम ने गेट बंद कर लिया। जैसे किसानों से इन्हें बदबू आ रही हो।
दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। गांव-गांव से किसान अपने ट्रैक्टरों पर सवार होकर जिला मुख्यालय पहुँचे। जिले के विभिन्न रास्तों से आज किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर कलक्ट्रेट में पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। किसानों ने अपनी वही पुरानी मांग दोहराई हैं, जिन्हें पूरा करने के आश्वासन पर पिछली बार किसान आंदोलन स्थगित हुआ था।जिलाअध्यक्ष ने बताया कि किसानों की मांग है कि पंजाब के शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों के ऊपर गोलियां बरसाई जा रही है ओर गोली दागे जा रहे हैं। जो किसान हरियाणा और पंजाब से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आ रहे थे। उनके समर्थन में भारतीय किसान यूनियन द्वारा देशभर में प्रदर्शन किया है। आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा आंदोलन खत्म होने के दौरान 2014 में एमएसपी की गारंटी देने का वादा किया था। ओर साथ ही स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करने, किसानों का कर्ज माफ ओर आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने को लेकर वादा किया था। वहीं उन्होंने लखीमपुर खीरी में जिन किसानों को रोदा गया। उनको दंड दिए जाने के साथ ही केंद्र सरकार के सामने किसानों ने अपनी 12 मांगे रखी थी।जिन्हें पूरा करने के आश्वासन पर पिछली बार किसान आंदोलन स्थगित हुआ था।
डीएम कार्यालय के बंद गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे नेता सुंदर सिंह ने बताया कि वह डीएम को ज्ञापन देने के लिए आए थे। लेकिन डीएम ने जिला मुख्यालय के गेट को बंद कर दिया। जिसके चलते किसान ज्ञापन देने को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर ट्रैक्टर खड़ा कर गेट के बाहर सड़क पर बैठ गए।किसानों का कहना है कि जिला मुख्यालय का गेट खोल दे तो किसान डीएम से बात करने के बाद अपने घर चले जाएंगे। ऐसे में किसान नेता ने जिलाधिकारी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर डीएम किसानों से नहीं मिलें तो किसानों द्वारा पूरे अलीगढ़ को जाम कराया जाएगा।
Reported By – Ajay Kumar
Published By- Ambuj Mishra