फर्रुखाबाद(जनमत). फर्रुखाबाद-थानाध्यक्ष अपने अधिकारियों को कानून सिखाने में लग गए है। क्योकि जब हजारो रुपये की गाड़ियों की नीलामी की समय सीमा इस्पेक्टर के हिसाब से 10 मिनट तय की गई उसके बाद भी इस्पेक्टर विनय राय ने अपनी दबंगई के चलते बोली में जिस प्रकार खलल डाला मानो वही नीलाम हो रही गाड़ियों को खरीद रहे हो । उन्होंने सभी के सामने अपने चहेतों कबाड़ियों को नायव तहसीलदार की खुलेआम बेहज्जती कराई । थाने में कबाड़ खड़ी बाइकों की नीलामी प्रक्रिया के दौरान थानाध्यक्ष व नायब तहसीलदार के बीच रार हो गयी।जिससे एक बाइक की नीलामी को लेकर दोनों अधिकारीयों में तना-तनी का माहौल हो गया।जिसके बाद उस बाइक की नीलामी प्रक्रिया एसडीएम के पास भेजी गयी है। थाना मऊदरवाजा में कुल 14 बाइकों की नीलामी होनी थी।
जिसको लेकर नायब तहसीलदार पवन गुप्ता व प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय नीलामी कमेटी में बैठे थे। जिसके बाद नम्बर दो की बाइक के लिए 8 हजार रूपये की बोली लगी।जिसके लिए नायब तहसीलदार ने 10 मिनट का समय दिया था। नीलामी का तय समय पूर्ण होने के बाद एक व्यक्ति ने 8100 रूपये की बोली लगा दी । लेकिन नायब तहसीलदार ने कहा की नीलामी की बोली का समय पूर्ण हो गया है अब बोली नही लगेगी।लेकिन प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय ने आपत्ति लगा दी।क्योकि उन्हें अपने चहेते आदमी को वाइक दिलानी थी उसी के चलते कानून ताख में रखकर उन्होंने कहा की जो व्यक्ति 8100 रूपये की बोली लगा रहा है उसको बाइक मिलनी चाहिए।
जिससे राजस्व को भी लाभ होगा। यह बात सुनकर नायव तहसीलदार ने कहा कि यदि राजस्व बढ़ाना था तो समय सीमा क्यो तय की गई थी।इस प्रकार तो दो दिन में भी नीलामी प्रक्रिया पूरी नही हो सकती है।जो न्याय की बात वह करो लेकिन पुलिस थाने की अधिकारी होने के कारण उन्होंने अपने सीनियर अधिकारी की खुलेआम इज्जत को सामने बैठकर नीलाम कराया है।इसी बात पर दोनों अधिकारीयों में ठन गयी। जबकि हकीकत यह है कि जिस आदमी को वाइक दिला रहे है वह थाने में चाय बेचता है साथ ही नगर पालिका की सरकारी जमीन पर दुकान चला रहा है।
नायब तहसीलदार का आरोप है कि बोली लगाने आये प्रभारी निरीक्षक के कुछ लोगों ने उनके साथ अभद्रता भी की।लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने उन्हें नही रोका।ज्यादा मामले बढ़ते देख उस बाइक की नीलामी प्रक्रिया एसडीएम के पास भेज दी गयी है।आखिर पुलिस के इस प्रकार के अधिकारी जो न्याय की बात करते है वही जब अन्याय पर उतारू हो जाएंगे तो अवैध कारोवार करने वालो के हौसले बुलन्द हो जाएंगे।देखना यह होगा कि अधिकारी इस प्रकार के कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करता है।