देवरिया (जनमत) :- उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के रामपुर कारखाना का आवासीय कस्तूरवा विध्यालय– जहा 2 बहने अपने तानाशाह वार्डन के कार्यशैली से परेशान होकर अपनी पढ़ाई छोड़ दी । उनका कहना था कि मैडम हम लोगो को पढने नही देती थी जब हम लोग पढ़ने जाते तो कोई ना कोई काम करवाने के लिए भेज देती थी ! अपना खाना हम लोगो से अलग से बनवाती थी, अपने बच्चे का सारा काम हम जैसे और लड़कियों से करवाती थी ! इसी से परेशान होकर हमने विद्यालय छोड़ दिया । सबसे बड़ी बात यह थी कि विद्यालय से बिना किसी गार्जियन के बच्चो को बाहर नही भेजा जाता लेकिन वार्डन ने दोनों बहनों को ऐसे ही छोड़ दिया ।
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एक तरफ तो सरकार का यह नारा है कि सब पढ़े सब बढ़े और खासकर गरीब बच्चो के शिक्षा के लिए सरकार करोड़ो रूपये खर्च करती है । लेकिन उनके मातहत उनके सरकार की मंशा पर पानी फेर देते है । कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है देवरिया जनपद के कस्तूरवा आवासीय विध्यालय का, जहाँ 2 बहने अपने तानाशाह वार्डन से तंग आकर पढ़ाई छोड़ कर घर बैठ गई है ।इस बाबत परिजनों का कहना था कि जितने जतन से बच्चो को पढ़ने भेजा गया था लेकिन बच्चो को परेशान कर वहा से निकाल दिया गया ! अगर बच्चो को हमारे कुछ हो जाता तो हम क्या करते ! अभी बच्चे पढाई छोड़कर घर बैठे है !