कुशीनागर(जनमत): जहाँ योगी सरकार मुसहरों के लिए तमामं तरह की योजनाओ से लाभाविंत कराने प्रयास कर रही है तो वही उनके अधिकारी उसपर पलीता लगाते हुए नजर आ रहे है CM योगी का राजनीति कुशीनगर के मुसहरों से स्टार्ट हुई थी और मुसहरों के लिए हर तरीके का प्रयास करते है कि ये ठीक और स्वस्थ रहे लेकिन अधिकरियो के लापरवाही के वजह से ये तमामं सुविधाओ से बंचित हो जाते है बंचित हो जाने के कारण ही इनको न समय से इलाज हो पाता है न ही अन्य योजनाओ का लाभ मिल पाता है ।आज एक ही गांव में तीन मुसहरों की बीमारी के वजह से मौत हो गई इससे सिद्ध होता है कि इनका समचित्त इलाज नही हो पाया जिससे मौत हो गई।
जी हम बात कर रहे है कुशीनगर के दुदही ब्लॉक के रामपुर पट्टी की जहाँ बीमारियों के वजह से तीन मुसहरों की मौत हो गई मरने वालों की उम्र 5 वर्ष 14 वर्ष और 28 वर्ष बताया गया है पीड़ित मुसहर परिवारों का कहना है कि इन लोगो का इलाज डॉक्टरों ने नही किया जिसके वजह से मौत हो गई गांव में स्वछता नही है मुसहरों के लिए सौचालय बना है लेकिन कहने के लिए शौचालय का धन ग्राम प्रधान और सिग्रेटरी के द्वरा बंदरबाट कर दिया गया शौचालयो को विना सेफ्टी टैंक का बना दिया गया कहि फेक नही लगा किसी मे पाइप नही लगा ऐसे में मुसहर परिवार बाहर जाने को मजबूर है।सरकार की जो भी योजना है उन योजनाओं का लाभ नही मिला ईन मुसहरों को किसी को पेंशन का लाभ नही ,किसी को बिकलांग पेंशन का लाभ नही, आवास का लाभ नही तो ऐसे में सवाल ये उत्तपन होता है कि योजनाओं का केवल बंदरबाट किया जा रहा है।
मुसहरों की मौत की सूचना पाकर आनन फानन में जिले के आला अधिकारी गांव में पहुच कर मौत का कारण जाना और कहा कि इन मुसहरों की मौत बीमारी के वजह से हुआ है इनका इलाज नही हो पाया समय से इसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी साथ ही कुशीनगर के DM ने पीड़ित परिवार को दस दस हजार रुपये का आर्थिक मदद कर सभी अधिकरियो को चेतावनी दी..