लखनऊ (जनमत) :- माँ अगर बच्चे की जन्मदाता है तो “धरती के भगवान” भी मासूमों को “दूसरा-जीवन” देने का काम रहें हैं, आज के आधुनिक युग में विज्ञान और तकनीक के सहारे डाक्टर “मासूमो” को नई ज़िन्दगी देने का काम कर रहें हैं. वहीँ इसी कड़ी में लखनऊ के केजीएमयू के पेडीएट्रिक सर्जरी विभाग ने अविकसित आहार नली को न सिर्फ विकसित किया बल्कि नवजात शिशु को नया जीवन प्रदान किया है. आपको बता दे कि इसोफेगस्टमी एड्रोसिया नामक बिमारी दस हजार में से किसी एक बच्चे को होती है.