लखनऊ (जनमत) :- पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे व ग्रैंड सेरेमनी पर प्रेस वार्ता के दौरान राजबब्बर ने कहा 2 दिन से लगातार प्रधानमंत्री आये और गए यकीन रुके नही क्योंकि वो अपने पलंग पर ही सोते है। 26 से 29 जुलाई के बीच में कुदरती आपदा में 70 लोगों की मौत हुई लेकिन पीएम ने 1 बार भी इसका जिक्र नहीं किया न कोई संवेदना व्यक्त की। पीएम को डालर-पाउंड और उद्योगपतियों के बैंक बैलेंस नजर आते है। इलाहाबाद में लड़कियों के साथ पुलिस जिस तरीके से पेश आयी वो सबके सामने है। पीएम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते है लेकिन जिस तरीके से लड़कियों पर लाठी चलाई गई वो सबके सामने है। प्रधानमंत्री का कल का दौरा ऐसा था जैसे थोथा चना, बाजे घना वाली कहावत हो। कल पीएम के सामने किस तरीके से उद्योगपतियों की नुमाइश की गयी। वो भी सामने आया। पीएम अपनी पोल न खुल जाए इस तरह की नुमाइश करते है। कल एक बीमार को (अमर सिंह) लोगो के सामने खड़ा कर दिया। प्रधानमंत्री ऐसे पहले पीएम है जो सुरक्षा जैसे काम को करने के लिए प्राईवेट कंपनियों को दिया है।
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फासीवाद हावी है जो सवाल खड़े करने नही देती। पीएम ने कसम खायी है कि वो देश मे फासीवाद लाकर रहेंगे। राहुल गांधी ने जब इनकी पोल खोल दी तो बोल रहे है कि मैं भागीदार हूं। ये तिलमिलाहट है क्योंकि चुनाव सामने है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर नाटकीय तरीके से प्रहार किया और कहा अगर राहुल गांधी इजाजत दे तो प्रधानमंत्री से अच्छा नाटक मैं कर सकता हूं। भागीदार जी 2 लाख रोजगार की बात कर रहे है। अब वोट ले गए चौकीदार बनकर, भागीदार कैसे बन गए। इस सरकार में इससे ज्यादा उपेक्षित किसान कभी नही रह है। इस साल में ही 33 किसानों की मृत्यु हुई है लेकिन सरकार को ऐसी घटनाओं पर कोई असर नही पड़ता है। कम से कम पीएम आंसू ही बहा देते जिसमे वो माहिर है। लेकिन सरकार को इस घटना पर शर्म नही आ रहा है। काश, देश का प्रधानमंत्री कह सकता कि वो शर्मिंदा है पीएम झूठ पर झूठ बोल रहे है। आने वाले समय जनता इसका जवाब देगी। पीएम सिर्फ लोगो पर टिप्पणी ही करते है