कानपुर (जनमत):- यूपी में एक तरफ सरकार महिलाओं के प्रति अपराध को रोकने का दावा कर रही है और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन को लेकर भी प्रतिबधता जाहिर कर रही है लेकिन महिलाओं पर होने वाल अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहाँ एक तरफ उन्नाव की बेटी ने अपनी सांसों की आहुति दे दी वहीँ अभी भी प्रदेश की बेटियाँ भयभीत हैं और अपनी आबरू के साथ ही अपनी ज़िन्दगी को कुर्बान करने के लिए मजबूर है, चुकी विकृत मानसिकता के लोग आज भी अपराध करने से नहीं हिचकते है. इसी कड़ी में प्रदेश के कानपुर जिले के हैलट अस्पताल में भर्ती फतेहपुर कांड की पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई थी और इसी बीच आखिरकार वो जिंदगी की जंग हार गई।
फिलहाल पीड़िता की मौत हो चुकी है. आपको बता दें कि रेप के आरोपियों ने पीड़िता को जिंदा जला दिया था। पीड़िता कृत्रिम सांसों पर जिन्दा थी. इससे पहले पीड़िता का इलाज कर रहे हैलट के डाक्टरों के मुताबिक पीडिता के फेफड़ों में ताकत नहीं थी उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. इसके साथ ही हृदय में भी कमजोरी आ गई है। हृदय की दवाएं भी शुरू कर दी गई थी, फिलहाल प्रदेश की एक और बेटी ने अपनी आबरू के साथ अपने जीवन को जीने से पहले ही अलविदा कह दिया.
Posted By :- Ankush Pal