प्रधान के साथ-साथ एबीएसए भी निकले सपाई, आखिर मास्टर साहब किसको दें सफाई

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कौशांबी/जनमत 3 अक्टूबर 2024। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के लिए सरकार मुफ्त शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ मिड डे मील के तहत प्रतिदिन गुणवत्तापूर्ण आहार भी देने का कार्य कर रही है ताकि शिक्षा के साथ-साथ उनका शारीरिक विकास भी हो सके किंतु भ्रष्टाचार की दलदल में हलक तक धंसे कुछ ग्राम प्रधान इस पर भी डांका डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्हें इसमें भी अपना हिस्सा नजर आ रहा है। कुछ ऐसा ही मामला जनपद के विकासखंड सरसंवा से निकलकर सामने आया है। जहां ग्राम प्रधान द्वारा विद्यालय के हेड मास्टर से मिड डे मील की रकम में से आधा पैसा मांगने की बात कही जा रही है। पीड़ित टीचर का आरोप है कि आधा हिस्सा न देने पर सपाई मानसिकता के एबीएसए के साथ मिलकर षड्यंत्र के तहत उसे निलंबन पकड़ा दिया जाता है। जिसके दो ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे है।
मिली जानकारी के मुताबिक वायरल ऑडियो मंझनपुर तहसील के विकासखंड सरसंवा अंतर्गत ग्राम पंचायत बैरमपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात रहे हेडमास्टर और ग्राम प्रधान अखिलेश कुमार यादव तथा हेड मास्टर और खंड शिक्षा अधिकारी के बीच हुई बातचीत का है, जिसमें साफ तौर से सुना जा सकता है कि ग्राम प्रधान अखिलेश कुमार यादव द्वारा विद्यालय के हेड मास्टर से मिड डे मील के पैसे को लेकर आधा हिस्सा मांगा जा रहा है। प्रधान का कहना था कि इससे पहले जो हेड मास्टर थे वह बराबर आधा देते थे जिस पर हेड मास्टर ने इसे गलत बताते हुए यह कहा कि यह पैसा बच्चों के हक का है इसे आपको आधा क्यों दे। ऑडियो वायरल होने के बाद जहां बच्चों के निवाले पर गिद्ध की तरह आंख जमाए बैठे ग्राम प्रधान की जमकर किरकिरी हो रही है तो वहीं सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति की भी पोल खुलती नजर आ रही है।
वहीं दूसरे वायरल ऑडियो के अनुसार एक तरफ विद्यालय के पूर्व अध्यापक शिवशरण सिंह लगातार खंड शिक्षा अधिकारी जवाहर लाल यादव से विनती कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ खंड शिक्षा अधिकारी जवाहर लाल यादव ने खुद के साथ-साथ ग्राम प्रधान व एमएलसी को यादव बताते हुए कह रहे हैं कि तीनों यादवों ने मिलकर तुम्हारा निलंबन करवाया है। मुख्यमंत्री के यहां भेजे हो अब वहीं से होगा। तो क्या पीड़ित अध्यापक द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत सत्य है। ताज्जुब की बात तो यह है कि 3 सितंबर को खंड शिक्षा अधिकारी ने जिस प्राथमिक विद्यालय बैरमपुर के पूर्व प्रधानाध्यापक शिवशरण सिंह को विद्यालय में शिक्षण कार्य शून्य बताकर निलंबित करवाया उसी विद्यालय के अध्यापक को 5 सितंबर को जिलाधिकारी द्वारा उच्च शिक्षण कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। तो क्या खंड शिक्षा अधिकारी जवाहर लाल यादव ने सपाई मानसिकता के तहत ग्राम प्रधान और एमएलसी से मिलकर अध्यापक पर झूठा आरोप लगाकर उन्हें निलंबित करवाया है।
इस मुद्दे पर जब कौशांबी जिला अधिकारी मधुसूदन हुल्गी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कौशांबी के किसी भी शिक्षक के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा इसकी जांच कराई जाएगी और तीनों लोगों पर जांच कर जो दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी।

REPORTED BY – RAHUL BHATT

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR