लखनऊ(जनमत): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस विभाग की फ़ज़ीहत कराने और अधिकारियों की फटकार के बाद लखनऊ के धमकीबाज कोतवाल अब संस्कारी हो गए है। खुद की कुर्सी जाते देख कोतवाल इतने संस्कारी हो गए कि जिस प्रधानाचार्य को कल तक धमका रहे थे उन्ही से अब सबके सामने न सिर्फ माफ़ी मांगी बल्कि यह भी कहा कि उनकी गृह दशा ख़राब थी जिसके चलते उन्होंने अपने पिता तुल्य इंसान को अपमानित कर दिया। कोतवाल के अपराध बोध के बाद दरियादिल प्रिंसिपल ने भी उनको माफ़ कर दिया और उम्मीद जताई कि भविष्य में संस्था इनसे यानि कोतवाल से संरक्षित रहेगी।
कोतवाल द्वार प्रिंसिपल को धमकाने और उनको अपमानित करने की घटना लखनऊ के बीकेटी इलाके की है। यहाँ के बख्शी का तालाब इण्टर कॉलेज में बख्शी का तालाब थाना प्रभारी अमरनाथ वर्मा किसी का दाखिला कराने के लिए गए हुए थे। कॉलेज के प्रधानाचार्य आर के सिंह तोमर ने सीटें भरी होने के कारण दाखिला लेने से इंकार कर दिया था। इसी बात से आग बबुला हुए कोतवाल ने प्रधानाचार्य को धमकाना शुरू कर दिया और उनको अपमानित भी किया। घटना से आहत कॉलेज के प्रिंसिपल आर के सिंह तोमर ने पुलिस के बड़े कप्तान से लिखित शिकायत करने के साथ ही सरकार से भी मामले की शिकायत की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने कोतवाल अमरनाथ वर्मा को जमकर फटकार लगाईं थी।
जिसके बाद संस्कारी कोतवाल अमरनाथ वर्मा सीधे कॉलेज के प्रार्थना स्थल पहुंचे और सभी छात्रों के सामने प्रिंसिपल से माफी मांगी और उन्हें अपने पिता तुल्य जैसा बताया। माफ़ी नामे में इंस्पेक्टर ने यह भी कहा कि उनके पिता भी प्रधानाचार्य रहे है साथ ही उनकी पत्नी भी अध्यापक है ऐसे में उनसे गलती होना अपने आप में बड़ा अपराध है। उन्होंने कहा कि ग्रह दशा ही ख़राब थी जिसके चलते उनसे यह गलती हुई। साथ ही इंस्पेक्टर वर्मा ने कहा कि उनके पिता ने भी प्रधानाचार्य से माफ़ी मांगने के लिए कहा था। वर्मा ने कहा जब उनको जानकारी हुई कि प्रिंसिपल कॉलेज में प्रार्थना स्थल पर है तो वह माफी मांगने सीधे यहाँ आ गए।