कुशीनगर (जनमत) :- एक तरफ देश की सरकारें “पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया” जैसे नारो से शिक्षा व्यवस्था को जन जन तक पहुचाने के लिए प्रयास कर रही हैं वही दूसरी तरफ देश के भविष्य के कंधों पर कॉपी-किताबों के बैग की जगह शराब की पेटियां नज़र आ जाए तो देश का भविष्य अंधकारमय होना तय है. ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर का है. जिले के थाना तरयासुजान में दस से बारह वर्ष के बच्चे थाने में शराब ढोने का काम कर रहे हैं और इनसे यह काम कोई और नहीं बल्कि जिले की पुलिस करवा रही है.
वहीँ हैरान करने वाली बात यह है की जिले की पुलिस इन मासूमो बच्चो को मजदूरी के बदले शराब की बोतल दे रही है और जिन हाथों में कलम होनी चाहिए उन हाथों से शराब की बोतले उठवायी जा रही है. हालाँकि इस मामले में .कुशीनगर पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए थाने के मुंशी को ज़रूर सस्पेंड कर दिया, लेकिन इस मामले ने एक सवाल ज़रूर खड़ा कर दिया है कि “योगी जी आपका यूपी अगर इस तरह पढ़ेगा … तो फिर किस तरह बढेगा”…।