गोरखपुर(जनमत):- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर खजनी तहसील भैसा बाजार ग्राम घासरिया का है जहां एक 75 वर्षीय बुजुर्ग कृष्ण बिहारी त्रिपाठी की जमीन पर गांव के रहने वाले एक भू माफिया मंदिर निर्माण के बहाने अवैध निर्माण करा लिया यह कहना है।कृष्ण बिहारी त्रिपाठी जो इस समय प्रयागराज के नेबी लोहगड़ा बाजार थाना बारा मैं अपने दो बेटों और एक पति और दो पुत्रियों के साथ में रह रहे हैं 75 वर्षीय कृष्ण बिहारी त्रिपाठी की पैतृक संपत्ति गोरखपुर जनपद के भैसा साबाजार स्थित घासरिया तहसील खजनी में है जो कृष्ण बिहारी त्रिपाठी के पिता स्वर्गीय जमुना के नाम से है काफी दिनों से गोरखपुर की संपत्ति पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया और कुछ परेशानियों की वजह से यह इलाहाबाद में ही अपने परिवार के साथ टिन सेड मे अपना जीवन यापन कर रहे हैं और इतना ही नहीं विगत दिसंबर माह 2022 मैं इनके एक जवान 45 वर्षीय पुत्र की कार एक्सीडेंट में मौत भी हो गई|
उसी दौरान इस घटना का फायदा उठाते हुए चंद्र भूषण त्रिपाठी ने आनन-फानन में अवैध मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करवाया तब तक बहुत देर हो चुकी थी और लिंटर लगने के कुछ दिन पूर्व यानी कि 3 फरवरी 2023 को जब कृष्ण बिहारी त्रिपाठी को इस बात की सूचना उनके गांव से उनके संपर्क सूत्र पर दी गई तो बिहारी त्रिपाठी व्याकुल हो गए और उन्होंने रजिस्ट्री के माध्यम से गोरखपुर के जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया इसके पूर्व अपने एक जानने वाले के द्वारा 3 फरवरी 2023 को एसडीएम खजनी तहसील को एक प्रार्थना पत्र भेजा जिस पर एसडीएम खजनी ने एक आदेश चौकी इंचार्ज हर नहीं को और संबंधित लोगों को दिया इस आदेश में लिखा था,कृपया तत्काल मौके पर जाकर के एवं प्रार्थी की भूमि पर अवैध हस्तक्षेप की स्थिति में नियमानुसार आख्या करें और शांति व्यवस्था सुनिश्चित कराएं आदेश एसडीएम तहसील खजनी सिद्धार्थ पाठक ने लिखित अपनी कलम से दिया था|
जिसकी हम आपको प्रतिलिपि अपने इस खबर के माध्यम से दिखाएंगे नहीं पीड़ित कृष्ण बिहारी त्रिपाठी ने बताया कि भूमाफिया चंद्र भूषण त्रिपाठी के साधु का एक लड़का जो गोरखपुर तहसील में कुछ माह पूर्व लेखपाल हुआ करता था जो अब हो गया है उसी के दबाव में एसडीएम तहसील और लेखपाल कानूनगो कार्य कर रहे हैं।अब हम आपको एसडीएम के बाद उस आदेश को भी दिखाएंगे जब 3 फरवरी को एसडीएम के आदेश का पालन हार नहीं चौकी इंचार्ज ने नहीं किया तब पीड़ित कृष्ण बिहारी त्रिपाठी ने रजिस्ट्री के माध्यम से और लिखित एक पत्र गोरखपुर के जिलाधिकारी के कार्यालय पर भेजा जिस पर गोरखपुर के जिला अधिकारी ने खजनी तथा एसएचओ बांसगांव को तत्काल मौके पर जाकर के अवैध निर्माण के बारे में नियमानुसार अवैध कब्जा रुकने का आदेश दिया था और उस आदेश के कुछ ही घंटों के बाद एसडीएम तहसील खजनी सिद्धार्थ पाठक ने सी दिनांक यानी कि 6 जून 2023 को नायब तहसीलदार सिकरीगंज को आदेशित किया की उभय पक्षों की उपस्थिति में मौके पर जाकर एवं नियमानुसार कार्यवाही कर आख्या दें नायब तहसीलदार सिकरीगंज रबर की वजह से आखिरकार 7 फरवरी को युद्ध स्तर पर चंद्र भूषण त्रिपाठी ने रातों-रात लिंटर लगवा लिया क्योंकि पीड़ित के पुत्र की अभी दिसंबर माह में मृत्यु हुई है और उस घटना से पूरी तरीके से अभी कृष्ण बिहारी त्रिपाठी सदमे से बाहर नहीं आ पाए थे अपने जवान बेटे की मौत के बाद पूरी तरीके से टूट गए हैं और ऊपर से इतनी बड़ी आफत कि उनकी जमीन पर भूमाफिया के द्वारा कब्जा कर लिया गया पीड़ित अधिकारियों को प्रार्थना पत्र पर प्रार्थना पत्र देता रहा पर कोई कार्यवाही नहीं हुई कुसुम आते हैं कि पीड़ित कृष्ण बिहारी त्रिपाठी का क्या कहना है उन्होंने यहां तक यह भी कह दिया क्या वह आत्महत्या करने पर मजबूर हैं बिहारी त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी गुहार लगाई है।