लखनऊ (जनमत) :- विभिन्नता में एकता ही हमारे देश भारत की पहचान है जिसमे अनेक धर्म, समाज और वर्गो का समावेश हैं. जिनके सामूहिक प्रयास से देश विकास के पथ पर अग्रसर है. इन्हीं सामाजिक इकाइयों में से एक “भट्ट समाज” के महापुरुषों का समाज और देश के प्रति योगदान भी अविस्मरणीय है अगर इस समाज के योगदान की बात करें तो अनादि काल से ही इसी समाज के कई महापुरुषों ने मानव जीवन के विकास के लिए एक नयी दिशा दिखाई.
इन्ही में से एक महान वैज्ञानिक एवं गणितज्ञ आर्यभट्ट… जिन्होंने विश्व को “शून्य” प्रदान किया… जिसके बिना विज्ञान की सारी ख़ोज “शून्य” के ही समान रह जाती ….
वहीँ इसी समाज के महान कवि चंद्रबरदाई को भी नहीं भुलाया जा सकता जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान के शौर्य और पराक्रम का अनुभव पूरे विश्व को कराया…
यही नहीं देश की आजादी में योगदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम कुमार शुक्ल को भी याद करना ज़रूरी है जिन्होंने चंपारण का दौरा करने के लिए एम्. के. गाँधी को आमंत्रित किया और यहीं से चंपारण अन्दोलन की नीव पड़ी जिसने देश की आज़ादी में निर्णायक भूमिका निभायी और यह वही एम्. के. गांधी हैं जिन्होंने एक गुलाम देश को आज़ादी की रोशनी दिखाई और महात्मा गांधी कहलायें .
वहीँ इसके साथ ही इस समाज के ऐसे कई जाने अनजाने चेहरे हैं जिन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.यह सभी महापुरुष “भट्ट” समाज से ताल्लुक रखते हैं, जिनका ऋणी हमारा देश हमेशा रहेगा. इन महान विभूतियों को नमन करते हुए भट्ट समाज के उन अनछुए पहलुओं से भी पर्दा उठेगा जिससे शायद ही समाज के लोग पहले अवगत हुए होंगे.
महापुरुषों के समाज “भट्ट” समाज का प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में “संगम- ब्रह्मभट्ट ब्राह्मण समागम ” नामक कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 16.12.2018 को होना तय हुआ है . किसी भी समाज के उत्थान के लिए नए विचारो का समागम और बुद्दिजीवियों का मार्गदर्शन आवश्यक होता है जिससे समाज के विकास की दशा और दिशा तय होती है. “संगम- ब्रह्मभट्ट ब्राह्मण समागन” एक ऐसा मंच है जहाँ से भट्ट समाज के मनीषी और बुद्धिजीवियों का एक ऐसा संगम होगा जिससे समाज और देश के उत्थान के लिए नई रोशनी निकलेगी जो समाज के भविष्य के लिए नई दिशा तय करेगी.