चंदौली(जनमत): खबर चंदौली से है जहां सरकार को ठेंगा दिखाते हुए प्रधान और सेक्रेटरी द्वारा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में जमकर घोल माल का मामला प्रकाश में आया है मामला मधुबन गांव का है जहां शौचालय आवास निर्माण और तमाम तरह की लाभकारी योजनाओं प्रशासन की मंशा के विपरीत दीमक तीर की तरह खोखला करने में जुटे हैं योजनाओं की वास्तविकता धरातल पर क्रियान्वित होने से पहले ही दम तोड़ दे रही है मधुबन गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान द्वारा गरीबों से आवास शौचालय राशन कार्ड बनवाने के नाम पर पैसे की मांग की जाती है|
अगर इसका विरोध किया जाता है तो प्रधान प्रतिनिधि द्वारा धमकी दी जाती है कि मेरी पहुंच ऊपर तक है आरोप है कि प्रधान व सेक्रेटरी के मनमाने रवैए के चलते गांव में गंदगी का अंबार है यहां सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान पूरी तरह से फ्लॉप हो गया है शौचालय का ही अभाव है कि ग्रामीण खुले में शौच को मजबूर हैं जिससे एक गांव में संक्रामक रोगों के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है छात्रों को भी आवास मुहैया नहीं हो पा रहे हैं नाही नहीं वृद्धों को बिरधा पेंशन ही मिल रहा है|