महराजगंज(जनमत):- भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट भूमि अधिग्रहण मुआवजे से नाराज़ 6 गांव के सैकड़ों किसानों ने अपनी उपजाऊ भूमि पर पहुंच कर जोरदार सांकेतिक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने कहा कि हम अपनी जान दे देंगे लेकिन जमीन सरकार को इस शर्त पर नहीं देंगे। बता दे कि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट भूमि अधिग्रहित का कार्य शुरू करने की कवायद तेज हो गई है।
इसको लेकर किसान भी संघर्ष के निर्णायक भूमिका में खुलकर सामने आ गए है। भूमि अधिग्रहण के विरोध में सोनौली कोतवाली क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 गौतम बुद्ध नगर के टोला फरेनवा पर सैकड़ों की संख्या में एकजुट हुए किसानों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया और एक सुर में कहां कि सरकार हमारे साथ पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रही है। बार्डर डेवलपमेंट योजना के तहत बन रही सड़क का मुआवजा जिस दर पर दिया गया है उसी दर पर हमें भी मुआवजा मिलना चाहिए । वर्तमान में 42 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवाजा दिया जा रहा है|
जो अनुचित है। समाजवादी पार्टी के लोहिया वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष महराजगंज बैजू यादव ने बताया कि सरकार किसानों को धमका कर बहुफसली सिंचित भूमि मात्र 17 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से खरीद कर किसानों के हक़ पर डाका डालना चाहती है। जबकि यहां अमूमन जमीन डेढ़ से 2 करोड रुपए प्रति एकड़ बिक रही है बैजू यादव का कहना है कि किसी भी दशा में इस रेट पर अपनी भूमि इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के लिए नहीं देंगे।
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By: Vijay Chaurasia