फर्रुखाबाद(जनमत):- कोर्ट कचहरी के आदेश और पुलिस के तमाम तरह के निर्देश इस परिवार के लिए बेमानी साबित हुए है। चारपाई पर ज़िंदगी और मौत की जंग लड़ रही यह युवती कुछ समय पहले तक समारोह में डांस कर लोगों का मनोरंजन करती थी। साथ ही इसी के जरिये मिलने वाली रकम से वह अपने पूरे परिवार का भरण – पोषण भी करती थी। इसी बीच अचानक एक हादसा हुआ और समारोह में डांस करने के दौरान हुई हर्ष – फायरिंग में गोली सीधा इस युवती के मुँह पर जा धंसी।
युवती का अपने गृह जनपद से लेकर लखनऊ तक इलाज हुआ लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते ज्यादा दिन तक इलाज नहीं करा पाई और वापस अपने घर आ गई। परिजनों का कहना है कि समारोह में डांस करना उनका खानदानी पेशा है। इसी के जरिये ही पूरे परिवार का भरण – पोषण होता था। परिवार को चलाने वाली युवती ही हर्ष फायरिंग का शिकार हो चुकी है ऐसे में पारिवारिक आर्थिक संकट के साथ ही युवती का इलाज कराना भी मुश्किल है। परिजनों ने अब शासन -प्रशासन से मदद की गुहार लगाईं है। डांस और घुंघरुओं की खनक से लोगो का मनोरंजन करने वाली यह युवती उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद में कमालगंज के पासी नगला इलाके की रहने वाली है और इसका नाम हिना है। हिना का पारिवारिक पेशा समारोह में नृत्य करना है।
इसी पेशे के तहत अपने परिवार की वह जीविका चलाती थी । 30 नवंबर की वह काली स्याह रात हिना की ज़िंदगी में भी अँधेरा कर गई। दरअसल हिना चित्रकूट के मऊ थाना इलाके के एक गांव में अपनी सहयोगी के साथ नृत्य कर रही थी कि अचानक हुई हर्ष फायरिंग में एक गोली सीधा उसके मुँह में जा धसी। गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हिना को प्रयागराज के अस्पताल में ले जाया गया जहा से उसे लखनऊ में एक निजी हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया। महंगा इलाज होने के चलते यहाँ पर ज्यादा दिन तक हिना का इलाज नहीं हो पाया और परिजन उसे वापस फरुखाबाद ले आये।
ज़िंदगी के लिए जूझ रही युवती के परिजनों ने अब समाज और शासन से गुहार लगाईं है कि कोई तो उसकी मदद करें ताकि हिना की जिंदगी में फिर से घुंघरुओं की खनक वापस आ जाए। हिना की सास विमला ने बताया कि गरीबी के दंश के बीच हिना ही एक मात्र सहारा थी जो अपने पैतृक पेशे से पूरे परिवार की जीविका चला रही थी। विमला ने लोगो और सरकार से मदद करने की मार्मिक गुहार लगाईं है।