हाथरस/जनमत/12 दिसम्बर 2024। यूपी के हाथरस जिले के बहुचर्चित हाथरस बिटिया कांड के पीड़ित परिवार को सरकार की घोषणा के मुताबिक सरकारी आवास तथा नौकरी अब तक नहीं मिली है। इन घोषणाओं को पूरी करने का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जबकि इस केस में दो मार्च 2023 को कोर्ट का फैसला हो चुका है। एससी एसटी एक्ट की विशेष न्यायालय ने इस मामले में आरोपी 4 युवकों में से 3 को बरी कर दिया था और एक आरोपी संदीप को आजीवन कारावास तथा ₹50 हज़ार जुर्माने की सजा सुनाई थी। इस फैसले के बाद से बिटिया पक्ष संतुष्ट नहीं है।
बिटिया पक्ष के वकील का कहना था कि वह इस फैसले को लेकर हाईकोर्ट में अपील करेंगे। इसमें कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ हुआ है। तब बिटिया की भाभी ने भी कोर्ट के निर्णय पर संतुष्टि नहीं जताई थी। उसका कहना था कि वह चारों की सजा पर ही संतुष्ट होंगे और मृतका की अस्थियों का विसर्जन तभी करेंगे। बिटिया के परिजन भी इस फैसले को लेकर हाईकोर्ट में अपील कर चुके हैं।
आपको बता दें कि 14 सितंबर 2020 को हाथरस के गांव में एक दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी और उसे जान से मारने की कोशिश हुई थी। इलाज के दौरान युवती ने 29 सितंबर 2020 को अपना दम तोड़ दिया था। इस मामले के गांव के चारों आरोपी युवक जेल भेजे गए थे। सीबीआई ने मामले की जांच करके चारों के खिलाफ चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की थी। जिस पर सुनवाई के बाद यह निर्णय आया था। जबकि सीआरपीएफ की टुकड़ी रोजाना की तरह परिवार की सुरक्षा में रहती है। पीड़ित परिवार घटना के बाद से ही गांव के बाहर सरकारी आवास और सरकारी नौकरी की मांग कर रहा था लेकिन शासन की ओर से अभी तक परिवार को यह मदद नहीं दी गई है।
REPORTED BY HOMESH MISHRA
PUBLISHED BY MANOJ KUMAR