लखनऊ(जनमत):- अध्यक्ष विहीन उत्तर प्रदेश पीसीएस एसोसिएशन के सचिव पवन गंगवार सहित इस वर्ष 1998, 1999 और 2000 बैच के 30 पीसीएस अफसर प्रोन्नत होकर IAS बनेंगे| जबकि 2 पीसीएस का लिफाफा पहले से ही बंद है|
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश कैडर के 1996-97 बैच के 31 पीसीएस अफसरों की बाधित डीपीसी के काफी जद्दोजहद के बाद फाईनल होने के बाद से इस कैडर के प्रमोशन का सिलसिला जारी है| इस अड़चन के साफ़ होने के बाद 4 को यदि छोड़ दिया जाय तो 1998 का पूरा बैच प्रोन्नत हो आईएएस बन चुका है| 1998 बैच के शेष बचे अधिकारियों में अशोक कुमार, महेश प्रसाद, गौरव वर्मा और रजनीश चंद्र का नाम शामिल है| अब जल्द ही इन तीन बैचों के प्रमोशन की तिथि घोषित की जायेगी|
फिलहाल नियुक्ति विभाग ने DPC के लिए संघ लोक सेवा आयोग को प्रोन्नत होने वाले अधिकारियों की सूची भेज दी है. उत्तर प्रदेश के पीसीएस अधिकारियों के आईएएस में प्रोन्नत का रास्ता लगभग साफ है अब सिर्फ DPC की तिथि का इंतजार है. वर्ष 2021 में प्रोन्नत पाने वालों में 1998 बैच के 4, 1999 का पूरा बैच जिसमें 17 अफसर प्रोन्नत होंगे तथा 2000 बैच के 7 PCS अधिकारीयों का नाम इसमें शामिल है|
1999 बैच के प्रमोट होने वाले अफसरों में मनोज कुमार राय (टापर), पवन कुमार गंगवार, निधि श्रीवास्तव, खेमपाल सिंह, संजय चौहान, सुनील कुमार चौधरी, संतोष कुमार शर्मा, अरुण कुमार, श्री प्रकाश गुप्ता, श्याम बहादुर सिंह, उदय सिंह, बृजेश कुमार, हरिकेश चौरसिया, महेंद्र सिंह, रविन्द्र पाल सिंह, अनिल कुमार और प्रभुनाथ हैं| 2000 बैच में वंदना त्रिपाठी (टापर),धनंजय शुक्ला, समीर वर्मा, अर्चना गहरवार, कुमार विनीत, विशाल सिंह और कपिल सिंह प्रोन्नत हो बनेंगे आईएएस. वहीं भीष्म लाल (1994) और घनश्याम सिंह (1997) का लिफाफा बंद है|
बताते चलें कि वर्ष 2000 में यूपी से उत्तराखंड के अलग होने के बाद प्रदेश के कुछ अफसरों को उत्तराखंड कैडर आवंटित हुआ था| उनमें कई अफसर उत्तराखंड चले गये और कई वर्षों तक उत्तर प्रदेश में ही विभिन्न तरह की कानूनी अड़चने लगाकर प्रदेश में विराजमान रहे थे| जिसके चलते कुछ समय तक पीसीएस से प्रोन्नत होने वाले अफसरों का प्रमोशन बाधित रहा था और काफी जद्देजहद के बाद रास्ता साफ़ हो पाया था|
Posted By:- Amitabyh Chaubey