निजी अस्पताल में एसडीएम और उनके सुरक्षा गार्ड्स के साथ बदतमीजी, 6 लोग गिरफ़्तार

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कौशांबी/जनमत। जिले के अरमान हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में एसडीएम चायल से बीती रात बदसुलूकी हुई है। अस्पताल के तथाकथित डॉक्टर निसार अहमद और एक अन्य साथी पर एसडीएम से धक्का-मुक्की, बदसलूकी किए जाने का आरोप है। वारदात की सूचना पर सीओ चायल ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। एसडीएम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने अस्पताल के 6 कर्मियों को गिरफ्तार किया है।

बतादें कि घटना पिपरी थाना क्षेत्र के तिलहापुर मोड़ स्थित निजी अस्पताल अरमान हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर का है। जहाँ रात करीब 12 बजे उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एसडीएम चायल योगेश कुमार गौड़ 2 कर्मियों के साथ तिल्हापुर स्थित अरमान अस्पताल एंड ट्रामा सेंटर पहुंचे। बताया जा रहा है कि बिना रजिस्ट्रेशन संचालित अरमान अस्पताल में मरीज की मौत मामले के बाद सीज कर दिया गया था। अस्पताल सीज होने के बाद भी मरीज भर्ती कर इलाज किए जाने की सूचना एसडीएम को मिली थी। एसडीएम चायल ने अस्पताल के अंदर मरीज का इलाज होते देख मोबाइल से वीडियो तैयार करना शुरू कर दिया।

आरोप है अस्पताल के तथकथित डॉक्टर निसार अहमद अपने एक अन्य साथी के साथ एसडीएम का मोबाइल छीन कर बदसुलूकी धक्का मुक्की करनी शुरू कर दी। एसडीएम की सूचना पर CO चायल मनोज कुमार सिंह रघुवंशी भारी पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने वारदात के बाद अस्पताल से 2 लोगो को गिरफ़्तार किया है, इसके अलावा अस्पातल सीज़ मामले में 4 अन्य की भी गिरफ़्तारी हुई है। एसडीएम की तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 120/24 धारा 392, 332, 506 आईपीसी दर्ज कर लिया गया है।

ज्ञातव्य हो कि 19 जून को चायल कस्बे के गांधी नगर की रहने वाली सुनीता पथरी के दर्द से पीड़ित थी। पति शंकर लाल ने सुनीता को अरमान हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

देर रात सुनीता की मौत हो गई तो मामले ने तूल पकड़ लिया। प्रशासन के आदेश पर डिप्टी सीएमओ डॉ. हिंद प्रकाश मणि दल-बल के साथ जांच करने पहुंचे। उन्हें अस्पताल में छह-सात मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए बैठे मिले। कुछ मरीज भर्ती थे। न तो पंजीकरण से जुड़े दस्तावेज मिले और न ही एमबीबीएस डॉक्टर। बीएएमएस डॉ. निसार अहमद ही मौजूद थे। इस पर अस्पताल को दोबारा सीज़ कर दिया गया। इससे पहले अप्रैल 2023 में ही इनका पंजीकरण समाप्त हो गया था, और 31 जनवरी को अस्पताल सीज़ किया गया था। लेकिन सीज़ होने के बावजूद अस्पताल चल रहा था।

REPORTED BY – RAHUL BHATT

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR