गोरखपुर (जनमत) :- गोरखपुर के प्रधान डाकघर समेत तीन उप डाकघरों के सैकड़ों साइलेंट खातों से 92 लाख उड़ाने की जांच अभी चल रही थी कि एक और डाकघर के पेंशन खाते से 8 लाख उड़ाने का मामला सामने आया है। प्रधान डाकघर समेत तीन डाकघरों से साइलेंट (निष्क्रिय) खातों से 92 लाख रुपए निकाले गए थे। इस मामले में पिछले कई महीने से निष्क्रिय पड़े सभी खातों की जांच चल रही है। जांच में पाया गया कि चार साल से बंद पड़े एक निष्क्रिय खाते से बारी बारी आठ लाख रुपये निकले गए है। यह रकम किसने निकले है यह साफ नही हुआ है। डाक घर के एसएसपी मनीष कुमार ने बताया कि इस प्रकरण में जांच के लिए कमेटी गठित है। जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा इसके खिलाफ वैधानिक करवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खाता होल्डर के परिवार वालों से संपर्क कर उनका मृत प्रमाण मांगा गया है। प्रमाण पत्र के अनुसार आगे कार्यवाही की जाएगी।
सहायक अधीक्षक एवं जांच कमेटी के इंचार्ज संतोष सिंह ने बताया कि सभी निष्क्रिय खातों की जांच चल रही है। इसी बीच जांच के दौरान डाकघर के आरोग्य मंदिर शाखा से भी आठ लाख निकालने का मामला पकड़ा गया है। बताया कि मूल रूप से सजनवा क्षेत्र के रहने वाले एक पेंशनर को आरोग्य मंदिर को घर से पेंशन मिलती थी। करीब 4 साल पहले उनकी मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि डाकघर के जिम्मेदारों ने पेंशन खाते को सक्रिय कर उसका संचालन जारी कर दिया।
पेंशन की राशि खाते में आती रही और हर महीने निकासी की की जाती रही। पिछले सप्ताह मामला संज्ञान में आने पर प्रवर डाक अधीक्षक ने जांच टीम को आरोग्य मंदिर उप डाकघर भेजा। जांच में मामले की पुष्टि हुई है । टीम ने एसपीएम व लिपिक का बयान दर्ज किया। मामला संज्ञान में आने पर पीएमजी ने प्रवर डाक अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।
गोरखपुर समेत प्रदेश के विभिन्न पोस्ट ऑफिस में करीब ढाई हजार करोड़ रुपए ऐसे खाताधारकों के जमा होने का अनुमान है। जिनको अपने पैसों को निकालने की ना तो कोई सुध है और ना ही जरूरत लगती है क्योंकि इन खातों में लेनदेन पिछले 10 से 12 वर्षों से नहीं हो रहा है। विभाग ऐसे खातों को साइलेंट खाते की श्रेणी में डाल देता है। तीन फाइनेंस नहीं होता तो वह साइलेंट का खाता खा जाता है। गोरखपुर के परिक्षेत्र में 19 लाख और मंडल में करीब साढ़े चार लाख से ज्यादा साइलेंट खाते में 6 सौ करोड़ से ज्यादा की रकम जमा है।
REPORT- AJEET SINGH…
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…