औरैया/जनमत/18 सितम्बर 2024 बुधवार। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के अजीतमल थाना पुलिस ने एक हत्या के मामले में 24 घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया है। जहां पर एक दोस्त ने ही अपने दोस्त की मामूली बात पर हत्या कर मौत के घाट उतार दिया। पहले दोस्त को पिलाई शराब और खिलाया मुर्गा, उसके बाद दोस्त से हुई कहासुनी, जिसमे दोस्त ने लाठी व ईट से मारकर अपने ही दोस्त की कर दी हत्या। वही पुलिस ने आरोपी दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पूरी घटना औरैया जनपद के अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बल्लमपुर गांव की है। जहां पुलिस को रात्रि करीब 2:00 बजे सुनील कुमार पुत्र द्वारका प्रसाद द्वारा सूचना दी गई कि वह और उसका भाई राकेश उर्फ कल्लू तथा चंदन उर्फ अभिषेक तीनों व्यक्ति समय रात्रि 9:30 बजे बल्लमपुर के पास समरसेबल पर शराब और खाना खाने के बाद राकेश व चंदन के बीच विवाद होने पर चंदन ने लाठी और ईट से मारकर राकेश की हत्या कर दी है। इस सूचना पर अजीतमल कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फील्ड यूनिट की सहायता से साक्ष्यों को एकत्रित करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पीड़ित के भाई सुनील की तहरीर पर पुलिस ने सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई।
वहीं पुलिस ने आरोपी को प्रहलादपुर गेट के पास गिरफ्तार कर लिया। तथा पूछताछ कर आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त ईट व डंडा बरामद कर लिया। आरोपी चंदन उर्फ अभिषेक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि राकेश उर्फ कल्लू मेरे साथ ट्रैक्टर पर पिछले करीब 1 महीने से मजदूरी कर रहा था। लेकिन दो दिन पहले ही उसने मेरे यहां मजदूरी करने से मना कर दिया जो मुझे बहुत बुरा लगा। इसलिए मैं गांव बल्लमपुर के बाहर सड़क किनारे लगे मोनू के समरसेबल पर मुर्गा बनवाया और राकेश उर्फ कल्लू व उसके भाई सुनील कुमार को बुलाया। फिर मैं राकेश उर्फ कल्लू व उसके भाई सुनील कुमार को शराब पिलाई और खुद भी शराब पी।
नशा हो जाने के बाद जब मैं राकेश कुमार से अपनी मोटरसाइकिल की चाबी मांगी तो वह कहने लगा कि लगता है चाबी कहीं खो गई है। तो मुझे एकदम गुस्सा आ गया मैंने राकेश कुमार उर्फ कल्लू को मारने के लिए डंडा ढूंढा तो राकेश कुमार उर्फ कल्लू वहां से चौराहे की तरफ भागने लगा फिर मैंने उसका पीछा कर फावड़े के बैट से उसे पीटने लगा जिससे वह सड़क पर गिर गया। इसी बीच उसका भाई सुनील कुमार उसे बचाने आया तो मैंने उसे भी फावड़े के बैट से मारा तो वह भाग गया। फिर मैं सड़क के किनारे पड़ी एक ईट से राकेश कुमार उर्फ कल्लू को मारा और जब मुझे लगा कि राकेश कुमार उर्फ कल्लू मर गया। तो मैंने वहीं सड़क के किनारे ईट को फेंक दिया और फावड़े के बैट को पुलिया के नीचे छुपा दिया और वहां से भाग गया।
REPORTED BY – ARUN KUMAR
PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR