संतकबीर नगर (जनमत): सरकारी शिक्षा व्यवस्था और सरकारी शिक्षकों पर हमेशा उंगली उठाने वालों के मुंह पर किसी जोरदार तमाचे के समान है सरकारी शिक्षिका सोनिया जो एक शिक्षिका का फर्ज निभाने के साथ समाजसेवा के कार्यों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हुए लोगो के सामने एक मिसाल कायम की है।
शिक्षक समाज के ऐसे शिल्पकार होते हैं जो बिना किसी मोह के इस समाज को तराशते हैं। शिक्षक का काम सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही नहीं बल्कि सामाजिक परिस्थितियों से छात्रों को परिचित कराना भी होता है।
कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन की इस विषम परिस्थितियों से अपने स्कूली छात्राओं को परिचित कराने वाली सरकारी शिक्षिका ने जो मिसाल कायम की है वो औरों के लिए किसी प्रेरणा से कम नही है। लॉक डाउन में लोग अपने घरों में कैद है, स्कूल कॉलेज भी बन्द है, स्कूल कॉलेज बन्द होने के चलते बच्चों की शिक्षा पर काफी प्रभाव पड़ रहा है, बेटियों की पढ़ाई लाकडाउन में प्रभावित न हो, बेटियों की पढ़ाई लाकडाउन में भी जारी रहे इसको लेकर राजकीय कन्या इंटर कालेज की व्यायाम शिक्षिका सोनिया ने इंटरनेट का सहारा लेते हुए अपनी स्कूली छात्राओं को घर बैठे ही ऑनलाइन शिक्षा दे रही हैं, निजी स्कूलों को मात देती राजकीय कन्या इंटर कालेज की शिक्षिका सोनिया ने ये साबित करके दिखाया है कि सरकारी स्कूल के बच्चे भी ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
लाकडाउन के दौरान छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा देकर सरकार की मंशा को सफल साबित करने के साथ ही साथ लोगों में खुद के द्वारा तैयार कराए गए मॉस्क को बांटकर शिक्षिका सोनिया ने समाजसेवा के क्षेत्र में भी एक नज़ीर पेश की है। खुद और अपनी स्कूली छात्राओं को हुनरमंद बनाने की दिशा में उनके द्वारा हजारों मॉस्क बीते दिनों जब डीएम रवीश गुप्ता को सौंपा गया तो डीएम भी चौंक गए और शिक्षिका सोनिया के साथ उन तमाम छात्राओं की जमकर प्रशंसा करने से खुद को रोक नही पाए।
डीएम रवीश गुप्ता को हजारों मॉस्क देने के साथ ही साथ शिक्षिका सोनिया के साथ शहर के मुख्य चौराहों पर सोशल डिस्टनसिंग के नियमो का पालन करती स्कूली छात्राओं ने लोगों में मॉस्क वितरण कर लोगो से घरों में रहने और लाकडाउन के नियमो के पालन करने की अपील भी की। स्कूली छात्राओं ने अपनी शिक्षिका सोनिया के बारे में बताया कि उनके जरिये ही वो ऑनलाइन पढ़ाई भी कर रही है।