भदोही (जनमत ) :- भदोही के सीतामढ़ी में नौ दिवसीय मेले के आखरी दिन श्रद्धालुओ कि भारी भीड दिखाई दी। खबर भदोही जनपद के कोइरौना कोतवाली क्षेत्र के धार्मिक एवं पौराणिक पर्यटन स्थली पतित पावन लवकुश कुमारो कि जन्म स्थली मे अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेले के आज आखरी दिन श्रद्धालुओ का रेला उमड पढा। बतादे कि दो वर्षो के इन्तजार के बाद इस वर्ष भव्य मेले का आयोजन किया था। मेले में विभिन्न तरह की दुकाने और झूला, ड्रैगन, आदि लोगों के लिए आकर्षक व मनोरंजन का केंद्र बना l
इसके साथ ही आस्थावानों ने भोर से ही पतित पावनी मां गंगा की अविरल धारा में डुबकी लगाकर मां जानकी एवं लवकुश कुमारो का विधि पूर्वक पूजा अर्चना करते हुए नजर आए। वहीं सुरक्षा को लेकर चारों ओर चौकशी बरती जा रही थी। एक तरफ जहां शादी वर्दी में पुलिस की तैनाती की गई थी। वही शोहदों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी हुई थी। और आज मेले के नौवें दिन लव कुश जन्म उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया। तथा ऐतिहासिक व विशाल मेला दो वर्षो बाद आयोजित हुआ। इस दिन पौराणिक मान्यता है कि माता सीता वाल्मीकि आश्रम में ही आकर रहने लगी थी|
इसी दौरान उनके 2 पुत्र लव और कुश पैदा हुए थे और इसी परंपरा के उपलक्ष में सीतामढ़ी पवन पर्यटन स्थली में प्रत्येक वर्ष 9 दिन तक रामायण मेला का आयोजन किया जाता है और लव कुश जन्म उत्सव को पूरे पूर्वांचल ही नहीं अन्य प्रांतों के लोग भी दर्शन पूजन करने के लिए यहां पर पधारते हैं।और पीठाधीश्वर स्वामी हरिहरानंद महाराज और वाराणसी के डाॅ मदन मोहन मिश्र व चित्रकूट कि साध्वी पुष्पा कमलापति शुक्ल महराज जी के सुबह शाम दोनो समय रामकथा का रसास्वादन कर भक्त निहाल हो गये।
Reported By- Anand Tiwari
Published By – Vishal Mishra