हरदोई (जनमत):- हरदोई पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी तो इनकी सरकार में लोग मूर्तियां तोड़ने का काम करते थे।कहा आज जिस तरीके से मूर्ति अनावरण करके दलित प्रेम दिखाकर जनता जनार्दन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है वह सफल न होगा और जनता 2024 में सपा को साफ कर देगी।
अखिलेश यादव द्वारा कांशीराम मूर्ति के अनावरण पर उन्होंने कहा ना ब्राह्मण प्रेम काम आया और ना ही दलित प्रेम काम आएगा और पिछड़े 2017 के चुनाव में ही अखिलेश यादव से दूर हो चुके थे।आज कांशीराम की मूर्ति का अनावरण करके समाजवादी पार्टी सिर्फ दिखावा करने का काम कर रही है।कहाकि समाजवादी पार्टी जब सत्ता में थी तो इनकी सरकार में लोग मूर्तियां तोड़ने का काम करते थे।
सुनील अर्कवंशी ने कहा समाजवादी पार्टी की सरकार हुआ करती थी तो सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार गुंडागर्दी थानों से लगाकर अधिकारियों कार्यालय तक में समाजवादी पार्टी के लोग उत्पात करने का काम करते थे।आज बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान की बात कर रहे हैं तो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को मानने वाले दलित समाज के लोग उनकी ही सरकार में सबसे अत्याचार और उत्पीड़न करने का काम समाजवादी पार्टी की सरकार में ही हुआ करता था।अखिलेश आज जिस तरीके का बयान दे रहे हैं पहले अपनी सरकार कार्यकाल को देखने का काम करें और शायद उन्हें पता लग जाएगा कि उस सरकार में और आज की सरकार में क्या अंतर है।
मायावती के बयान पर उन्होंने कहाकि वह इस बयान का समर्थन करते हैं क्योंकि सुभासपा सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर ने अभी यह कहा कि उत्तर प्रदेश जो 80 सीटों वाला राज्य है उस राज्य की पार्टियां जो वोट दिला सकती है उन पार्टियों को छोड़कर अखिलेश यादव कहीं तेलंगाना जा रहे हैं कहीं आंध्र प्रदेश जा रहे हैं कहीं पश्चिम बंगाल जा रहे हैं इन राज्यों का उत्तर प्रदेश मैं 500 वोट भी नहीं है उन पार्टियों से गठबंधन करने की बात कर रहे हैं।कहाकि जहां बहुजन समाज पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी जो पार्टियां हैं जो वोट दिला सकती हैं उन पार्टियों से ये अलग होने का काम कर रहे हैं तो जाहिर सी बात है यह इधर से उधर घूमने का ही काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश जो देश की राजनीति तय करता है उनके लोगों को छोड़कर उन पार्टियों को छोड़कर जो बाहरी पार्टियां है उनसे कुछ भी होने वाला नहीं है।कहाकि अखिलेश यादव को स्टूल पर बंगाल में जाकर बैठने की बजाए यहां मायावती के पास कुर्सी पर बैठकर वार्ता करने का काम करना चाहिए यहां कांग्रेस के पास कुर्सी पर बैठकर वार्ता करनी चाहिए पहले इन वार्ता को फाइनल करें। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तो साफ तौर से कहा है कि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती जी को अखिलेश प्रधानमंत्री घोषित करें मगर अभी तक उनका इस तरीके का बयान नहीं आया है।