लखनऊ (जनमत) :- अखिल भारतीय चित्रांष महासभा के तत्वाधान में स्व० प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और राष्ट्रपिता महासभा गांधी का जन्म दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। महासभा के कार्यालय ए-10 निराला नगर में आयोजित इस भव्य समारोह में प्रदेष के उप-मुख्यमंत्री डा० दिनेष शर्मा मुख्य अतिथि के रुप में सम्मलित हुए जबकि न्यायमूर्ति राघवेन्द्र कुमार समारोह के विषिष्ट अतिथि थे। उप-मुख्यमंत्री डाॅ दिनेष शर्मा ने स्व0 प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ओर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भाव-भीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की और उनके सम्मान में दीप-प्रज्जवलित करके कार्याक्रम का शुभारम्भ कराया। उन्होंने अखिल भारतीय चित्रंाष महासभा के 21वंे वैवाहिक परिचय सम्मेलन की पत्रिका का विमोचन भी किया। संस्था के कार्यवाहक अध्यक्ष संजीव वर्मा ने कलम दवात का मोमेन्टो देकर डाॅ0 दिनेष शर्मा को सम्मानित किया। रा0 अध्यक्ष श्री विनोद बिहारी वर्मा ने डाॅ0 दिनेष शर्मा का माल्यार्पण करके स्वागत किया।
डाॅ0 दिनेष शर्मा ने कहा कि ’’शास्त्री जी ने अपनी ईमानदारी, सिद्धान्तवादिता व कर्मठता की जो मिसाल पेष की उससे वह पूरे विष्व में लोकप्रिय हो गये। उन्होनेे वर्ष 1965 में पाकिस्तान के युद्ध में अपनी दृढ इच्छा शक्ति और कुषल कूटनीति का जबरजस्त परिचय दिया। अहिंसा मेें विष्वास रखने वाले श्री शास्त्री जी ने पाकिस्तान के युद्ध में मरो या मारो का नारा देकर सेना के जवानों ने जो जोष भरा उससे भारतीय सेना पाकिस्तान की सीमायें पार करती हुई कई किलोमीटर पाकिस्तान के अन्दर घुस गई, तब पाकिस्तान को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गिड गिड़ाकर युद्ध रूकवाने की विनती करनी पडी।’’
डाॅ0 दिनेष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोेदी ने गुजरात की एक जन सभा में कहा कि ’’बोलने का तौर-तरीका सीखना है तो उत्तर प्रदेष जाकर वहां के कायस्थों से सीखें। उन्होने कहा कायस्थों जैसा सुस्ंकृत समाज अपने आप में एक मिसाल है। कायस्थों ने देष की प्रगति मेें अभूतपूर्व योगदान किया है।’’
कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि न्यायामूर्ति राघवेेन्द्र कुमार ने भी स्व0 प्रधानमंत्री व राष्ट्रपिता महात्मा गंाधी को देष का महान सपूत बताया और उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
समारोह की अध्यक्षता महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विनोद बिहारी वर्मा जी ने की। उन्होंने दोनांे महान विभूर्तियों को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और कहा श्री शास्त्री ने सादगी, ईमानदारी और कर्मठता की जो मिसाल पेष की उससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बापू ने हमें अंहिसात्मक आंदोलन के माध्यम से आजादी दिलाई जिसके लिए हम सब उनके आजीवन ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा श्री शास्त्री ने 1965 के युद्ध में जिस तरह पाकिस्तान को परास्त किया वह भी उनकी राजनीतिक और कूटनीतिक सफलता का उदाहरण है।संस्था के रा0 सलाहकार श्री वीरेेन्द्र सक्सेना ने कहा कि ’’आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। आज के दिन देष में दो महान विभूतियों ने जन्म लिया था। स्व0 प्रधानमंत्री श्री शास्त्री ने अपनी सरलता, ईमानदारी, कर्मठता और दृढ़ता से अपने अल्प कार्यकाल में ही देष की छवि को निखार दिया।’’
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमें अंग्रेजों से मुक्ति दिलाकर इतिहासिक कार्य किया। उन्होंने दोनों महान नेताओं के प्रति अपनी भाव-भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और राजन सक्सेना सहित सभी समारोह के आयोजकों को भव्य समारोह आयोजित करने के लिए बधाई दी।कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव, श्री सन्तोष कुमार श्रीवास्तव, ई0 सुभोष श्रीवास्तव, राहुल सेन सक्सेना, विमलेष चन्द्र श्रीवास्तव, गोपी कृष्ण श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सक्सेना, राजन सक्सेना, नेपोलियन सक्सेना, श्रीमती विमला सिन्हा, श्रीमती सरिता वर्मा, श्रीमती मीनाक्षी, श्री राना रंजीत वर्मा, डी0के0 सक्सेना, अरविन्द श्रीवास्तव, रज्जन लाल, उमेष श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, सुधीर श्रीवास्तव, नागेन्द्र श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, राकेष श्रीवास्तव, रवि सिन्हा), श्रीमती कविता श्रीवास्तव श्रीमती विनीता श्रीवास्तव श्रीमती साधना सक्सेना श्रीमती रेनू श्रीवास्तव (प्रदेष सचिव), उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन युवा प्रदेष अध्यक्ष राकेष श्रीवास्तव ने किया और समापन रा0 उपाध्यक्ष विनोद श्रीवास्तव ने अतिथियों को धन्यवाद देकर किया।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…