खैर विधानसभा उपचुनाव में गुस्साए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

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अलीगढ़/जनमत 26 अक्टूबर 2024। जनपद अलीगढ़ के तहसील खैर क्षेत्र की खैर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में चमन नगरिया गांव के गुस्साए ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही के चलते 33 हजार हाई टेंशन बिजली की लाइन से लगातार हो रहे हादसों को लेकर वोटिंग के दिन मतदान नही करने का फैसला लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के ऊपर गुज़र रही बिजली की 33 हजार हाइट टेंशन लाइन की चपेट में आकर एक 10 वर्षीय बच्चें के एक हाथ और एक पैर कटने के साथ ही गांव के एक व्यक्ति की बिजली के करंट से मौत हो गई। जबकि कई अन्य लोग बिजली के करंट से बुरी तरह से झुलस कर अपनी जान गवाने से बाल बाल बचें हैं।

साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि कई सालों से गांव के ऊपर से होकर गुजर रही 33 हजार हाई टेंशन दोनों बिजली की लाईनों को हटाने की मांग के बावजूद सिर्फ उन्हें आश्वासन ही मिले हैं। लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जिसके चलते ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक बिजली की दोनों लाइन नहीं हटेगी तब तक वे मतदान नहीं करेंगे।

बतादें कि तहसील खैर क्षेत्र के गांव चमन नगरिया में बिजली विभाग की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते बिजली की 33 हजार हाईटेंशन लाइन के तारों में झुलस कर अपना एक हाथ और पैर गवा चुके 10 वर्षीय मासूम बच्चे शौर्य ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उसके साथ हुई घटना करीब 1 वर्ष पहले की है। जब वह अपने मकान की छत पर खेल रहा था, तभी तेज आंधी आ गई। आंधी आने के चलते उसके मकान के ऊपर से गुज़र रहे बिजली के लूज तार आंधी आने के चलते झूलकर नीचे आ गए। जिसके चलते वह 33 हजार हाई टेंशन की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गया। इस दर्दनाक हादसे में उसको अपना एक हाथ और एक पैर गवाना पड़ा।


शौर्य के पिता मनोज कुमार ने अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ हुए दर्दनाक हादसे को लेकर बताया कि उसके बेटे के साथ जो घटना हुई वह हादसा किसी और के साथ न हो। इसी को लेकर खैर विधानसभा 71 पर होने वाले उपचुनाव में समस्त 1200 वोटरों के द्वारा गांव के अंदर मकानों के ऊपर से गुजर रही बिजली की दोनों हाई टेंशन नहीं हटने तक मतदान के दिन वोटिंग का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।स्थानीय ग्रामीण अर्जुन सिंह का कहना है कि बिजली विभाग के लापरवाही के चलते गांव के अंदर हो रहे हादसों को लेकर उनके द्वारा इसकी शिकायत चेयरमेन से लेकर सांसद और क्षेत्रीय विधायक से भी की गई।

ग्रामीणों द्वारा प्रतिनिधियों से की गई शिकायत के बावजूद उनके कानों पर आज तक बिजली की लाइन को हटाने को लेकर जू तक नहीं रेंगी है। वही लगातार तीसरी बार सांसद बने सतीश गौतम ने आज तक यह भी नहीं देखा है कि चमन नगरिया गांव कहां है। प्रतिनिधि वोट मांगने के लिए गांव आते है लेकिन फिर उसके बाद गांव की तरफ मुड़कर भी नहीं देखते है। फिर भी उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया। हर चुनाव में विधायक और सांसद उनसे वोट लेते हैं, लेकिन वादे पूरे नहीं होते। यही वहज है कि बिजली की लाइन नहीं हटने तक खैर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में ग्रामीणों द्वारा वोट डालने का बहिष्कार किया है।

REPORTED BY – AJAY KUMAR

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR