लखनऊ (जनमत):- भारत वर्ष आज में बसंत पंचमी का पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन कई स्थानो पर मेलों का भी आयोजन किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल बसंत पंचमी तिथि पर रवि योग के साथ रेवती और अश्विनी नक्षत्र का योग बन रहा है। इस दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां सरस्वती अवतरित हुई थी।
देवी सरस्वती कमल में विराजमान और चार हाथों से सुशोभित थी। एक हाथ में वीणा, दूसरे में पुस्तक, तीसरे में माला और चौथा हाथ वर मुद्रा में था। ऐसे में ब्रह्मा जी ने इनका नाम देवी सरस्वती रखा। इसके साथ ही इस दिन से ऋतुओं में सर्वश्रेष्ठ बसंत ऋतु भी आरंभ हो जाता है। इस दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने के साथ पीले रंग का भोग लगाना शुभ माना जाता है,ऐसा माना जाता है कि मां को पीला रंग अति प्रिय है। ऐसे में इस दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने के साथ उन्हें पीला रंग का भोग के साथ पीले रंग के माला और वस्त्र अर्पित किया जाता है|
Published By – Ambuj Mishra