लखनऊ (जनमत):- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के खाताधारकों के लिए ईपीएफओ ने एक नयी शुरुआत की है. हालाँकि ये शुरुवात आंशिक तौर पर पहले से ही शुरू हो चुकी ठी लेकिन अब इसके दायरे को और भी बढ़ा दिया गया है. आपको बता दे किअपने 27.74 करोड़ खाता धारकों को बड़ी राहत प्रदान की है। ईपीएफओ ने ऑटो क्लेम सुविधा का दायरा बढ़ा दिया है। पहले ऑटो क्लेम सुविधा, बीमारी के लिए अग्रिम राशि के उद्देश्य से शुरू की गई थी। अब शिक्षा, विवाह और आवास के मकसद के लिए भी अग्रिम राशि के दावों का ऑटो-मोड निपटान प्रारंभ किया गया है। ईपीएफओ ने ‘ईज ऑफ लिविंग’ के तहत ऑटो-मोड सेवा को विस्तार दिया है। इसकी मदद से दावों का निपटान अब फटाफट होगा। ईपीएफओ के मुताबिक, इस नए सेवा विस्तार का फायदा लाखों सदस्यों को पहुंचेगा।
अभी तक ऑटो-मोड निपटान की सुविधा, बीमारी के लिए अग्रिम राशि के मामलों में ही प्रदान की गई थी। लोगों को इसका फायदा भी मिल रहा था। उदाहरण के लिए, ईपीएफओ सदस्य अनिरुद्ध प्रसाद ने 9 मई को अनुच्छेद 68जे के तहत बीमारी के लिए अग्रिम राशि लेने का आवेदन किया था। उनके अग्रिम राशि के दावे का निपटान महज तीन दिन के भीतर हो गया। 11 मई को 92,143 रुपये की राशि का निपटान कर दिया गया। ईपीएफओ ने जो स्वत: दावा समाधान या ऑटो क्लेम सॉल्यूशन शुरू किया है, उसके तहत दावे को बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आईटी सिस्टम द्वारा स्वचालित रूप से संसाधित या प्रोसेस किया जाता है। बता दें कि दावा निपटान का ऑटो मोड अप्रैल, 2020 में बीमारी के लिए अग्रिम राशि के उद्देश्य से शुरू किया गया था। अब इसकी सीमा बढ़ाकर 1,00,000 रुपये तक कर दी गई है।
वहीँ चालू वर्ष के दौरान, लगभग 2.25 करोड़ सदस्यों को इस सुविधा का लाभ मिलने की आशा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान, ईपीएफओ ने लगभग 4.45 करोड़ दावों का निपटारा किया, जिनमें से 60 प्रतिशत से अधिक (2.84 करोड़) दावे अग्रिम दावे थे। वर्ष के दौरान निपटाए गए कुल अग्रिम दावों में से, लगभग 89.52 लाख दावों का निपटान ऑटो-मोड का उपयोग करके किया गया। इससे इसके खाताधारकों को बड़ी राहत जरूर मिल सकेगी.
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…