राम मंदिर के फैसले में काम आई तेंदुली “सूर्य मंदिर” की ईंटें…

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फतेहपुर (जनमत):- अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है लेकिन अयोध्या राम मंदिर और फतेहपुर जिले के सूर्य मंदिर का एक अहम रिश्ता है क्योंकि श्री राम जन्मभूमि के 30 सितंबर 2010 में आए हाईकोर्ट फैसले में जिले के सूर्य मंदिर के ईंटों का जिक्र किया था साथ ही रामजन्मभूमि के पक्ष में आए 9 नवंबर 2019 के फैसले में भी इसका जिक्र किया गया है।उत्खनन में मिली राम जन्मभूमि की ईंटों की कालगणना का मिलान तेंदुली मंदिर के ईंटों से किया गया था।

फतेहपुर जिले के बिंदकी तहसील के तेंदुली गांव के सूर्य मंदिर में भगवान चतुर्भुज विष्णु की मूर्ति स्थापित है। वास्तुकला की यह उत्कृष्ट कृति गुप्त कालीन आठवीं शताब्दी के पूर्व बना हुआ था। नदी के किनारे ईंटों से बने प्राचीन मंदिर में चतुर्भुज मंदिर भी है।उत्तरमुखी गोलाकार मंदिर में प्रभावशाली लेटिना शिखर के साथ एक वर्गाकार गर्भगृह है। आपको बता दें की रामजन्मभूमि की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उत्खनन से मिले ढांचे और ईंटो की काल गणना तेंदुली के ईंटो के मंदिर से करके दसवी शताब्दी के ईंटो के मंदिर से करके यह सिद्ध पाया गया कि विवादित स्थल पर बाबर से पूर्व दसवी शताब्दी का हिन्दू मंदिर था।

वर्तमान में यह मंदिर भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन है।।सुप्रीमकोर्ट के 9 नवंबर 2019 मोहम्मद सिददीक बनाम महंत गणेशदास पर आए फैसले पर पृष्ठ संख्या 568 के बिंदु संख्या 501 पर उल्लेख है।मंदिर गुप्तकालीन शिल्प में है जिसमे टेराकोटा ईंटो पर नक्काशी की गई है।

REPORT- BHEEM SHANKAR…

PUBLISHED BY:_ ANKUSH PAL..