मथुरा (जनमत):- मथुरा श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में बृज का प्रसिद्ध कंस मेला हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । कोरोना संक्रमण का साया कंस मेले पर भी दिखाई दिया । श्री माथुर चतुर्वेद परिषद के तत्वाधान में आयोजित किए गए इस मेले में कंस के पुतले को चतुर्वेदी समाज के लोगों ने प्राचीन कंस टीले लाठियों से पीटा । इसके बाद कृष्ण बलराम के स्वरूप मथुरा के प्रसिद्ध विश्राम घाट पर पहुंचे जहां पर भव्य मेले का समापन किया गया । इस मेले में चतुर्वेदी समाज के लोगों द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया गया मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल दशमी के दिन कृष्ण बलराम ने मथुरा की रंगभूमि यानि कंस के टीले पर अत्याचारी कंस को मारा था । चतुर्वेदी समाज के लोग श्री कृष्ण के सखा के रूप में जाने जाते हैं|
इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए मथुरा में श्री माथुर चतुर्वेद परिषद के नेतृत्व में यह प्रसिद्ध मेला प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है । कंस मेले के अवसर पर होली गेट पर भव्य सजावट की गयी थी । इस प्राचीन कंस मेले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए ठाकुरजी की सवारी को जहाँ खुली जीप में और कंस के पुतले को गाड़ी में ले जाया गया ।मेले के बारे में परिषद के मुख्य संरक्षक श्री महेश पाठक का कहना है कि बृज का प्रसिद्ध कंस वध मेला प्राचीन परम्परा के अनुसार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया उनका कहना है कि कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मास्क का पूरा ध्यान रखा गया है उन्होंने कहा कि मेले ।के आने वाले लोगों को मास्क वितरित किए गए हैं ।