लखनऊ (जनमत):- 69वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के आयोजन पर आज उ०प्र० राज्य भण्डारण निगम के मुख्यालय पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सहकारिता विभाग / अध्यक्ष उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम द्वारा, बी0 एल0 मीणा प्रमुख सचिव सहकारिता, अच्छे लाल सिंह यादव विशेष सचिव सहकारिता विभाग, के0पी0 सिंह, अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धक (प्रशासन), रजत शर्मा, महाप्रबन्धक भारतीय खाद्य निगम, प्रो0 एच0 के0 मिश्रा आई0आर0एम0ए0 गुजरात एवं श्रीकान्त गोस्वामी, प्रबन्ध निदेशक उoप्रo राज्य भण्डारण निगम व शीर्ष संस्थाओं / सहकारिता विभाग के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में आज को 69वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के आयोजन का शुभारम्भ किया गया।
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 14 नवम्बर से 20 नवम्बर, 2022 तक 69 वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सप्ताह के सातों दिवसों को उद्देश्यवार मनाये जाने के कार्यक्रम के अर्न्तगत उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम के प्रांगण में सहकारिता विभाग की शीर्ष सहकारी संस्थाओं में से एक उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम द्वारा “उद्यमिता विकास और सार्वजनिक-निजी-सहकारी भागदारी को सुदृढ़ बनाना” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जयेन्द्र प्रताप सिंह राठौर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सहकारिता विभाग / अध्यक्ष उoप्रo राज्य भण्डारण निगम ने की। गोष्ठी में सहकारी संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक, सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, निबन्धक कार्यालय तथा निगम के वरिष्ठ अधिकारी एवं सहकारी बन्धुओं ने भाग लिया।
मंत्री द्वारा अपने सम्बोधन में उद्यमिता विकास और सार्वजनिक-निजी-सहकारी भागदारी को सुदृढ़ बनाने हेतु मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण एवं नियमों में शिथलीकरण पर विशेष बल दिया गया, ताकि अधिक से अधिक निजी सहभागी जुड़ सके और प्रदेश व देश का सुचारूरूप से विकास हो सके।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रो0 एच0 के0 मिश्रा आई0आर0एम0ए0 द्वारा Entrepreneurship Eco system Develop करके Best Business Principles को अंगीकृत करने, Profiting तथा Equitability के मध्य समन्वय स्थापित करने तथा Overall Convergence पर बल दिया गया।
श्रीकान्त गोस्वामी, प्रबन्ध निदेशक उoप्रo राज्य भण्डारण निगम द्वारा सार्वजनिक-निजी-सहकारी भागदारी को सुदृढ़ बनाने एवं निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों से निम्नवत् अवगत कराया गया :-
- खाद्यान्नों के उत्पादन / खरीद के बढ़ते स्तर की जरूरतों को पूरा करने और खाद्यान्नों के खुले स्थान पर भण्डारण अर्थात कवर एंड प्लिंथ (सीएपी) पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से यह विभाग सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) पद्धति से स्वीकृत 7.40 लाख मै0टन क्षमता सृजित होनी है जिसमें से 01.30 लाख मै0टन क्षमता का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है, शेष 6.10 लाख मै0टन क्षमता निर्माण की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
- वेयरहाउसिंग के क्षेत्र में प्रदेश में पी0पी0पी0 मॉडल पर 50-50 हजार मै0टन क्षमता के स्टील साइलो का निर्माण किया जा रहा है।
- उoप्रo राज्य भण्डारण निगम के 32.08 लाख मै0 टन क्षमता के गोदामों का डब्लू०डी०आर०ए० से प्रमाणीकरण कराया गया है। डब्ल्यू0डी0आर0ए0 द्वारा अपने स्थापना के 12वें वार्षिक दिवस पर डब्ल्यू0डी0आर0ए0 में उoप्रo राज्य भण्डारण निगम के गोदामों का पंजीकरण करने हेतु पूरे देश में “द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए निगम को पुरूस्कृत कर सम्मानित किया गया है।
- पी०एम० गति शक्ति योजना के लॉजिस्टिक अंश में उoप्रo राज्य भण्डारण निगम का प्रथम स्थान है।
- क्यू0सी0आई0 द्वारा निर्धारित मानकों के अर्न्तगत निगम के 30 भण्डारगृह उत्तम स्टार के, 81 भण्डारगृह 5 स्टार के, 17 भण्डारगृह 4 स्टार के एवं 29 भण्डारगृह 4 स्टार से नीचे की रेटिंग में है।
- निगम के कार्यों को और अधिक पारदर्शी बनाये जाने के उद्देश्य से निगम द्वारा समस्त टेण्डर, ई-टेण्डरिंग / जेम पोर्टल के माध्यम से कराये जा रहें हैं।
- निगम द्वारा अपने भण्डारगृहों में वैज्ञानिक भण्डारण के साथ साथ आधुनिक तकनीक विकसित की जा रही है जिसके तहत भण्डारगृहों को भारत सरकार / भारतीय खाद्य निगम के दिशा-निर्देशों के अनुरूप Depot Online System (DOS) के अर्न्तगत ऑनलाईन डाटा इन्ट्री की जा रही है । भण्डारगृहों पर लगे धर्मकॉटों को भी ऑनलाइन किया गया है।
- केन्द्रों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से सी०सी०टी०वी० कैमरों को लगवाया गया है।