गाजीपुर(जनमत):- खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने शुक्रवार को कृषि उत्पादों के निर्यात को लेकर वाराणसी में “कृषि निर्यात में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की भूमिका” विषय पर प्रशिक्षण और संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किया।
इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप फाउंडेशन के सीईओ सुनील सिंह ने हिस्सा लिया।एपीडा के एजीएम सीबी सिंह ,कृषि विज्ञान केंद्र गाजीपुर के चीफ साइंटिस्ट विनोद कुमार सिंह,अश्वनी सिंह के अलावा विभिन्न केवीके के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
इस कार्यकम में वर्चुअल माध्यम से देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ देश के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और दस केंद्रीय कैबिनेट के मंत्रियों ने भी भाग लिया।विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ विदेश व्यापार के महानिदेश ,विभिन्न देशों के राजदूतों ,निर्यात समूह के प्रतिनिधियों और 70 प्रगतिशील किसानों ने भी भाग लिया।
यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप फाउंडेशन के सीईओ सुनील सिंह ने कार्यक्रम में फाउंडेशन की कार्ययोजना पर विस्तार से प्रकाश डाला।सुनील सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि फाउंडेशन के चीफ मेंटर संजय राय शेरपुरिया के मार्गदर्शन में ग़ाज़ीपुर को ग्रेटर ग़ाज़ीपुर बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।फाउंडेशन चार क्षेत्रों में फिलहाल काम करेगा।जिनमें आधुनिक खेती, पशु पालन,कौशल विकास और असंगठित क्षेत्र के कामगारों के मेरा रोजगार योजना शामिल है।
फाउंडेशन पूर्वांचल के ग्रामीण इलाकों में उद्यमिता विकास को केंद्र में रखकर काम करेगा।फाउंडेशन एपीडा के साथ संयुक्त रूप से काम कर वाराणसी को कृषि उत्पादों के निर्यात के मुख्य केंद्र के तौर पर विकसित करने की दिशा में कार्य करेगा।इस योजना में वाराणसी और आसपास एफपीओ को भी शामिल करने की योजना है।फाउंडेशन ,आईसीएआर और एपीडा के साथ मिलकर कृषि के क्षेत्र में नयी टेक्नोलॉजी के संबंध में किसानों को ट्रेनिंग उपलब्ध कराएगा।
फाउंडेशन ने पिछले दिनों ओमेगा सेकी नाम की कंपनी से 100 करोड़ के निवेश का करार किया है।यह बैटरी संचालित वाहनों के निर्माण के क्षेत्र में करने वाली कंपनी है।इस निवेश से ग़ाज़ीपुर और आसपास के हजारों युवाओं को नौकरियों का विकल्प मिल पायेगा।इसके साथ ही ग्रीन एनर्जी के प्रयोग को लेकर लोगों में जागरूकता आएगी।
Posted By:- Amitabh Chaubey Reported By:- Amitesh Singh