अयोध्या(जनमत):- रामनगरी अयोध्या में छठ महापर्व के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए सज धज कर पूरी तैयारी के साथ लोगों का हुजूम नदी के विभिन्न तटों पर उमड़ा दिखाई दिया।अयोध्या में नया घाट से लेकर राजघाट और गुप्तारघाट पर देर शाम तक मेले सा नजारा रहा।
तो वही छठ व्रत की शुरुआत नहाए खाए के साथ सोमवार को हुई थी। इसके बाद मंगलवार को खरना की परंपरा निभाई गई। आज बुधवार की शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद बृहस्पतिवार की प्रातः उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही यह व्रत समाप्त हो जाएगा।
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं का समूह ढोल नगाड़े के साथ छठ मैया के गीत गाते हुए हर तरफ दिखाई दिया।सूर्य भगवान की पूजा के लिए नए वस्त्र पहन कर बांस की टोकरी में फलों व गन्ने के साथ लोग उत्साह के साथ जाते दिखे।
व्रतियों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य और पूजन के बाद पुत्रों के सुखी और दीर्घ जीवन की कामना की। इन घाटों पर महापर्व संबंधी लोकगीतों का स्वर लगातार गूंजता रहा।यह व्रत पुत्र कामना की पूर्ति और उसके स्वस्थ सुखी दीर्घ जीवन के लिए किया जाता है।