गोरखपुर (जनमत):- गोरखपुर जंक्शन से होकर 12 सितंबर से चलने वाली 5 स्पेशल ट्रेनों का टिकट आज से मिलना शुरू हो गया है| सुबह 8 बजे से ही काउंटर खुलते ही टिकट काउंटरों पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई| आठ टिकट काउंटर को यात्रियों की सुविधा के लिए खोला गया है| जबकि तत्काल टिकट 11 सितंबर से बनने शुरू होंगे|
आरक्षण केन्द्र पर सबसे बड़ी समस्या सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की है| यहां पर टिकट लेने आए अधिकतर यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखाई दी| वहीं यात्री वेटिंग टिकट मिलने से परेशान भी दिखे| गोरखपुर जंक्शन से कुछ ही दूरी पर धर्मशाला बाजार से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली रोड पर टिकट आरक्षण केन्द्र है| यहां पर हाल छोटा होने की वजह से भीड़ दिखाई दे रही है| आठ टिकट काउंटरों को खोला तो गया है| लेकिन, यहां पर न तो आरपीएफ के जवान ही सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते दिख रहे हैं| न ही यहां पर लोगों को इसका ध्यान है कि वैश्विक महामारी कोरोना के काल में उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल करना है|
गोरखपुर जंक्शन से तीन ट्रेनें बनकर चलेंगी| इसमें गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस, चौरीचौरा एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस चलेंगी| जबकि अवध असम एक्सप्रेस और कृषक एक्सप्रेस यहां से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में सम्मिलत हैं| इन ट्रेनों के संचालन की तैयारियां पूरी हो गई हैं| ये ट्रेनें 12 सितंबर यानी दो दिन बाद से चलेंगी| ट्रेनों की समय सारिणी तय होने के बाद प्लेटफार्म पर टीटीई की संख्या बढ़ाई जाएगी| इन सभी ट्रेनों में पूर्व की तरह नियम लागू रहेंगे|
इन ट्रेनों में कंफर्म टिकट वालों को ही प्रवेश मिलेगा| इसके साथ ही इन ट्रेनों में जनरल कोच नहीं लगेंगे| जंक्शन और आरक्षण केन्द्रों पर तैयारी पूरी कर ली गई है| गोरखपुर से यशवंतपुर जाने के लिए टिकट लेने आए नवरंग गुप्ता बंगलोर में पेंट की ठेकेदारी का काम करते हैं| वे बताते हैं कि पांच स्पेशल ट्रेनों के लिए टिकट काउंटर तो खुला है| लेकिन, राहत नहीं है| 26 तारीख का टिकट मिला है| एक नंबर वेटिंग है| लेकिन, फिर भी तसल्ली है कि कंफर्म हो जाएगा| गोरखपुर से गुजरात का टिकट 10 दिन बाद कैंसिल कराने आई रचना बताती हैं कि अहमदाबाद जाना था| एक तारीख को टिकट लेने आईं, तो उस दिन का टिकट नहीं मिला|
कहा गया कि 10 तारीख का टिकट लें तो कंफर्म हो जाएगा| आज टिकट कंफर्म नहीं हुआ, तो मजबूरीवश वापस करने आना पड़ा है| अहमदाबाद में बच्चे उनका इंतजार कर रहे हैं| लेकिन, वे जा नहीं पा रही हैं| गोरखपुर के महुआडाबर के रहने वाले शीतल गुप्ता तिनसुकिया का टिकट लेने आए हैं| वे लाइन में लगे हैं| यहां सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं है| लेकिन, उन्हें राहत नहीं मिली है| वे कहते हैं कि जब टिकट मिल जाय, तो राहत मिलेगी| अभी से कैसे कह सकते हैं| गोरखपुर के विशाल यशवंतपुर बंगलुरु का टिकट लेने के लिए आए हैं| उन्हें यशवतंपुर सुपरफास्ट का टिकट लेने आए हैं| वे कहते हैं कि उन्हें 12 तारीख को ही जाना है| लेकिन, 5 तारीख का कंफर्म टिकट मिल रहा है| 12 तारीख में वेटिंग टिकट मिल रहा है| इसलिए वे परेशान हैं|
गोरखपुर के रहने वाले जावेद शाह कहते हैं कि वे गोरखपुर और मुंबई दोनों जगह रहते हैं| वे बताते हैं कि 19 तारीख का टिकट लिए हैं| वे कहते हैं कि उन्हें वेटिंग टिकट मिल रहा है| यही वजह है कि उन्हें वेटिंग टिकट लेना पड़ा है| वे दोस्तों के साथ जाएंगे उनके टिकट कंफर्म हैं| उनका कहना है कि जब तक वेटिंग टिकट मिल रहा है, तो राहत कहां मिल सकती है|
Posted By:- Amitabh Chaubey\ Ajit Singh