ललितपुर (जनमत):- मामला उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के कोतवाली सदर अंतर्गत मोहल्ला आजादपुरा का है| रविवार को सुबह 11 बजे घर के बाहर खेलते समय तीन वर्षीय बालिका लापता हो गई। जिसे खोजते हुए परिजन रेलवे स्टेशन पहुंचें व जीआरपी व आरपीएफ से मदद मांगी। जब रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फ़ुटेज को आरपीएफ के देखा तो एक युवक बालिका को गोद में लिए भोपाल की ओर जा रही राप्ती सागर एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ते हुए देखा गया।
यहां के कोतवाली सदर के मोहल्ला आजादपुरा निवासी आशा रैकवार ने शाम 6 :30 रेलवे स्टेशन ललितपुर जीआरपी थाने में पहुंचकर सूचना दी, कि उसकी 3 वर्षीय पुत्री काव्या सुबह 11 बजे घर के बाहर खेल रही थी उसके बाद से अचानक लापता हो गई । जिसके बाद जीआरपी ने आरपीएफ के सहयोग से स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फ़ुटेज देखी तो उसमें एक युवक काव्या को गोद मे लिए हुए भोपाल की ओर जा रही राप्ती सागर एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ते हुए दिखा। जिसके बाद भोपाल आरपीएफ व जीआरपी को सूचना दी गई।
भारतीय रेलवे के इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी अपहरणकर्ता को पकड़ने के लिए ट्रेन को किसी भी स्टेशन पर बिना रुके ही दौड़ाया गया है। इस का एक कारण ये भी है कि अगर ट्रेन को रस्ते में पड़ने वाले किसी भी स्टेशन पर रोक देते तो अपहरणकर्ता रस्ते में से ही भाग सकता था| इस दौरान ललितपुर से भोपाल के बिच पड़ने वाले किसी भी छोटे या बड़े स्टेशन पर ट्रेन को नहीं रोका गया। ट्रेन ललितपुर से चली और सीधे भोपाल स्टेशन 8:45 बजे जाकर रुकी। तो जीआरपी व आरपीएफ कर्मियों ने ट्रेन में तलाशी कर युवक को पकड़ लिया व उसके पास से काव्या को सुरक्षित बरामद कर लिया।
आशा रैकवार ने फोन पर बताया कि वह अपने मायके ललितपुर में आजादपुरा में रह रही हैं। उसका पति ग्वालियर में काम करता हैं । उसकी पुत्री रविवार की सुबह 11 बजे घर के बाहर से गायब हो गई। इधर जीआरपी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सरोज ने बताया कि काव्या को भोपाल में बरामद कर लिया हैं और युवक को पकड़ा हैं और उससे पूछताज जारी हैं।
Posted By:- Amitabh Chaubey ( Janmat News)