सोनभद्र (जनमत):- उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद के डाला क्षेत्र में संचालित क्रशर प्लांटों से हों रहे वायु प्रदूषण से तंग आकर ग्रामीण महिलाआं और आजीविका मिशन पोषण स्वास्थ्य की सैकड़ों महिलाओं ने हाथ में लाठी डंडा लेकर क्रशर प्लांटों पर पहुंच गई। डाला क्षेत्र में जो भी क्रशर प्लांट संचालित मिलें और डस्ट उड़ रहा था उन क्रशर प्लांटों को महिलाओं ने बंद कराना शुरू कर दिया। महिलाओं के हुजूम के आक्रोश को देखते हुए और संचालित क्रशर प्लांटों ने अपने अपने प्लांट फटाफट बंद कर दिये और तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे डाला चैकी प्रभारी सरीमन सोनकर ने स्थिति संभाली और कार्यवाई का आश्वासन देकर महिलाओं को किसी तरह घर वापस भेज दिया।
इस संबंध में ग्रामीण महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहाकि डाला क्षेत्र के स्टोन क्रशरों से उड़ने वाला डस्ट से क्षेत्र के लोगों का जीना दूभर हो गया है और बच्चे इन प्रदुषण से कई विमारियों के आगोश में आ रहे है। यहां आस पास के स्थानीय निवासियों को सांस लेने में भारी दिक्कत हो रही है, घर के छतों पर डस्ट की मोटी परत बन जा रही है कपड़े सुखाते समय कपड़े डस्ट से भर जाते है। इन स्टोन क्रेशर पर प्रशासन कोई भी लगाम नहीं लगा पा रहा है और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डाला चैकी इंचार्ज एसके सोनकर ने कहा कि हमने वायु प्रदूषण का मामला जिला अधिकारी के संज्ञान में दिया है एक सप्ताह के अंदर जरूरी संबंध में कोई सार्थक पहल होगी। मौके पर पहुंची पुलिस के आश्वासन के बाद स्थानीय महिलाएं वापस हो गई। इस संबंध में जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ई.राधेश्याम से बात करने का प्रयास किया गया तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। अब देखना होगा कि शासन प्रशासन कब तक इन ग्रामिण महिलाओं एवं स्थानीय जनता के स्वास्थ्य के प्रति सजग होती है।