ललितपुर/जनमत। जिले में दूध व दूध से बनी वस्तुओं में मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने एवं जन-जागरूकता को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की ललितपुर शाखा के जिलाध्यक्ष माधव सिंह के कुशल नेतृत्व में जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव को सौंपा गया है। इस ज्ञापन में ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह संगठन ग्राहक हित एवं अधिकारों के लिए संघर्षरत राष्ट्रीय संगठन है। संगठन ने जिला प्रशासन के समक्ष आठ सूत्रीय मांगों का हवाला देते हुये इन्हें पूरा किये जाने की मांग उठायी है।
ज्ञापन में मांगों को लेकर बताया कि प्रत्येक जनपद में फूड टेस्टिंग मोबाइल वैन उपलब्ध होनी चाहिए, जिससे आसानी से जांच हो सके। दूध व खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए फ्लाईंग स्कॉड का गठन हो और इसमें ग्राहक हित में कार्य करने वाले प्रतिनिधि अवश्य शामिल किये जायें। जिले में पर्याप्त फूड इंस्पेक्टर नियुक्त किये जावे, जिससे त्वरित कार्यवाही की जा सके, विशेष रूप से दूध के सेम्पल की टेस्टिंग के लिए प्रत्येक तहसील केन्द्र पर जिला प्रशासन की ओर से निरूशुल्क ओपन टेस्टिंग सेण्टर बनाया जाये। प्रशासन द्वारा की चौकिंग में जब भी दूध एवं दूध से बनी सामग्री में मिलावट पायी जाये तब इसका वृहद प्रचार समाचार पत्रों व सोशल मीडिया आदि के माध्यम से किये जायें, जिससे मिलावटखोरों के हौंसले पस्त हो एवं जनजागृति का प्रसार हो।
इसके अलावा पशुओं को ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन लगाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो एवं केबल चिकित्सक की सलाह से ही बाजार में विक्रय किया जाने और इस इंजेक्शन की बिक्री व खरीद का रिकॉर्ड रखे जाने, दूध का मूल्य शासकीय स्तर पर घोषित किये जाने की मांग उठायी। आगे बताया कि मिलावटखोरी सामाजिक एवं दण्डनीय अपराध है। दूध एवं दूध से बनी सामग्री में मिलावट बच्चों, युवाओं, महिलाओं एवं बुजुर्गों सभी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उन्होंने इस मांग पत्र पर गंभीरता से विचार करते हुये समाज व देश हित में क्रियान्वित किये जाने की मांग उठायी। ज्ञापन देते समय जिलाध्यक्ष माधव सिंह, नरेन्द्र पाल सिंह, हरगोविन्द गुप्ता, पुष्पेन्द्र गोस्वामी, एच.पी.सिंह के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।
Report by – Surya Kant Sharma
Published by – Manoj Kumar