चंदौली/जनमत। मुख्यालय स्थित दिव्यांगजन कल्याण कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। दिव्यांगों द्वारा मुखर होते हुए बताया गया कि दिव्यांगजन अधिकारी और बाबू महीनों से दफ्तर नहीं आते हैं। दफ्तर के बाबू कई दिव्यांगो का पैसा लेकर फरार चल रहें हैं। कहा कि दिव्यांगजन कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसी कार्य के लिए महीनों चक्कर लगाने के बाद भी अधिकारी नहीं मिलते हैं। हालांकि आरोपों के बाबत सीडीओ चंदौली ने जांच कर कार्रवाई अमल में लाने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि मीडिया की ग्राउंड रिपोर्टिंग में आरोपों की पुष्टि हुई है। कार्यालय में कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं मिला। मात्र दो तीन बाबुओं के भरोसे पूरा विभाग संचालित हो रहा है। विदित हो कि दिव्यांगजन अधिकारी राजेश नायक दो पद ग्रहण किए हुए हैं। जब से वे बरहनी बीडीओ के पद का पदभार ग्रहण किए हैं, दिव्यांगों को भूल गए हैं और धन कमाऊ पद की तरफ ज्यादा ध्यान देते नजर आ रहे हैं। जिस कारण दिव्यांगजन कार्यालय में कभी दिख जाएं तो भगवान के दर्शन हो जाएं। दिव्यांगों ने मीडिया टीम को बताया कि इतना ही नहीं विभाग के बाबू पीयूष मणि त्रिपाठी कई दिव्यांगों से पैसा लेकर महीनों से फरार चल रहे हैं।
हालांकि सीडीओ डा सुरेंद्रनाथ श्रीवास्तव ने कहा कि जिला प्रशासन दिव्यांग सशक्तिकरण को लेकर समर्पित है। आरोपों की जांच कर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं दिव्यांगजन अधिकारी को तीन – तीन दिन दोनों जगह बैठने को निर्देशित किया है।
Report by – Umesh Singh
Published by – Manoj Kumar