चन्दौली/जनमत। चंदौली जनपद का जिला अस्पताल इन दिनों खूब चर्चा में है। संबंधित अधिकारियों की उदासीनता के कारण यहाँ की व्यवस्था चरमरा गई है। बता दें कि जिला अस्पताल परिसर पानी से पूरी तरह भर गया है। पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है। जिससे मरीजों व उनके तीमारदारों, चिकित्सकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस से लाए गए मरीजों को मजबूरन पानी में ही उतरना पड़ता है। जबकि सीएमओ कार्यालय भी जिला अस्पताल परिसर में ही स्थित है। सीएमओ प्रतिदिन उसी रास्ते आते-जाते हैं, लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं निकाल पाए।
जिला अस्पताल में मरीजों को बेड पर बिछाने के लिए बेडशीट नहीं है। मरीज बिना बेडशीट के बेड पर लेटकर अपना इलाज करवा रहे है। जब मरीज के तीमारदार बेडशीट के लिए जिला अस्पताल के कर्मचारियों को कहते है, तो कर्मचारी मरीज के तीमारदारों को लताड़ के भगा देते है।
जिला अस्पताल में सुरक्षा के लिए होमागार्डो को ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन होमगार्ड सोकर ड्यूटी कर रहे है। अभी हाल के ही दिनों में कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप कर हत्या कर दी गई थी। फिर भी यहां तैनात होमगार्ड उस घटना से सबक नही ले रहे है।
जहां सरकार एक तरफ जिला अस्पताल, मेडिकल कालेज को हाईटेक बनाने की कवायद कर रही है। वहीं चंदौली जनपद के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उदासीन बने हुए है। सिर्फ कागजों पर ही चंदौली जिले का स्वास्थ विभाग मजबूत है। जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
REPORTED BY – UMESH SINGH
PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR