अलीगढ़ (जनमत):- उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा यूपी में संचालित मदरसों की जाँच के लिए टीमें गठित की गई थी | प्रदेश सरकार के द्वारा गैर मान्यता प्राप्त संचालित मदरसों की जाँच के लिए गठित की गई टीम के द्वारा सोमवार को लखनऊ से अलीगढ़ पहुँचकर कर गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की 12 बिंदुओं पर जाँच पड़ताल शुरू की गई |
इस दौरान लखनऊ से जाँच करने के लिए पहुँची टीम के द्वारा अलीगढ़ के मदरसे को अज्ञात चेरिटी के माध्यम से पैसा मिलना पाया गया , जिसकी जाँच में लखनऊ से आई टीम जुट गई है | सरकार के 12 बिंदुओं पर लखनऊ से आई प्रशासनिक टीम जोहरबाग स्थित फैज़ान ए मुस्तफा मदरसे की जाँच करने सोमवार को पहुँची थी | यहाँ मदरसे में फीस तो दस रुपये है ,लेकिन अज्ञात चैरिटी के माध्यम से मदरसे को सहयोग का पैसा मिलना पाया गया है | हालांकि कि मदरसा संचालक आने वाले पैसों का कोई दस्तावेज या लेखा जोखा नहीं दिखा सके हैं | पांचवी कक्षा की मान्यता वाले मदरसे में बड़े बच्चे पढ़ते पाए गए |
इस मामले में मदरसा संचालक सैयद जमाल अहमद ने बताया कि मदरसे में जाँच के लिए टीम आई थी मदरसे में पांचवी तक की मान्यता है लेकिन बड़ी क्लास के छात्र भी यहाँ पढ़ते हैं उन्होंने बताया कि गरीब घरों के बच्चे मदरसे में पढ़ते हैं अगर सरकार की मदद मिलेगी तो बच्चों को फायदा होगा मदरसा सन 90 से चल रहा है लेकिन मान्यता 2012 से मिली है |
जाँच करने आई टीम के सदस्य ने बताया कि सरकार द्वारा निर्देश दिया गया है कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों कि 12 बिंदुओं पर डाटा कलेक्ट करने के निर्देश दिए गए है | सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार 12 बिंदुओं पर गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है | उसी के तहत जाँच करने आई टीम के द्वारा अलीगढ़ जिले में 1990 से जोहरा बाग स्थित फैजाने मुस्तफा मदरसा संचालित है | इस मदरसे का संचालन सोसाइटी द्वारा किया जाता है |वक्फ की जमीन पर मदरसा बना है | इसके साथ ही बताया कि मदरसा संचालक के द्वारा 2012 अलीगढ़ जिला अल्पसंख्यक अधिकारी के द्वारा दी गई मान्यता के कागजी पत्र दिखाए गए। जाँच में पाया गया कि बड़ी क्लास के बच्चे भी यहाँ पढ़ रहे हैं | वहीं बच्चों से 10 फीस ली जाती है और बाकी चैरिटी के माध्यम से मदरसे में पैसे कलेक्ट किया जाते हैं और इसका कोई डॉक्यूमेंट नहीं दिखा पाए हैं |