विभागीय उदासीनता के कारण एक वर्ष पूर्व बनी सड़क अपनी दुर्दशा पर बहा र​हा आंसू

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सिद्धार्थनगर/जनमत। जनपद के बर्डपुर चिल्हिया मार्ग की बदहाली किसी से छुपी नहीं है। लगभग दो वर्ष पहले इस सड़क पर गड्ढे ज्यादा रोड कम थे। लेकिन लोगों और राजनेताओं के अथक प्रयास से रोड का चौड़ी करण योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य शुरू हो गया। जो बर्डपुर से चिड़िया तक होना था जिसकी लंबाई 11 किलोमीटर लगभग थी। इस मार्ग के लिये बजट पास हुआ और रोड का कार्य चालू हो गया। रोड तो बन गया लेकिन एक वर्ष बाद ही रोड जगह-जगह से उखड़ना शुरू हो गया। जबकि अच्छा खासा लागत लगाकर इस रोड को बनाया गया था। लेकिन विभागीय उदासीनता यहां पूरी तरह से स्पष्ट दिखाई दे रही है।

रोड की गुणवत्ता सही नहीं है जिससे जगह-जगह अभी से ही गिट्टी निकलना शुरू हो गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस रोड को बर्डपुर से चिल्हिया की तरफ लगभग 200 मीटर पूरी तरह से छोड़ दिया गया। इस पर न तो कोई कार्य हुआ ना गिट्टी पड़ी ना कुछ पड़ा। और यह 200 मीटर अभी भी गड्ढे का विकराल रूप लिए हुए है।

इन 200 मीटर में लोग आने जाने से कतराते हैं लोग सोचते हैं कि यह 200 मी किसी और रास्ते से जाना पड़े तो बेहतर होगा। जबकि इसी रास्ते से लगभग दर्जनों स्कूलों की बसें और सैकड़ो की संख्या में छात्र साइकिल के द्वारा बर्डपुर पढ़ने के लिए जाते हैं। अब वहां जब पहुंचते हैं तो खराब रास्ते का शिकार उन्हें होना पड़ता है। किसी गाड़ी के द्वारा उनके कपड़ों पर कीचड़ पड़ जाते हैं, तो कोई इस गड्ढे में फंस के गिर जाता है जिससे उन्हें स्कूल ना जाकर वापस घर आना पड़ता है।

वहीं लोगों ने बताया कि इस रोड का बनना बहुत जरूरी है और इस पर हम लोगों ने पहले भी कवरेज किया वहां हमने माननीय सांसद जगदंबिका पाल से भी बात किया कि यह 200 मी रोड छोड़ क्यों दिया गया। उन्होंने कहा कि इसका बजट कम पड़ गया था इसलिए इसको छोड़ दिया गया। और बजट आने पर इसको पूर्ण किया जाएगा लेकिन दो वर्ष से ऊपर हो गए बजट अभी तक नहीं आया। इसलिए यह 200 मी का सड़क गड्ढे में पूरी तरह से तब्दील हो चुका है। लोग आए दिन गिरते हैं उनका हाथ पैर टूटा है तो यह पब्लिक के लिए बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। वहीं लोगों का कहना है कि सरकार से और जिले के अधिकारियों से निवेदन है कि इस 200 मीटर रोड को सही करवायें जिससे बर्डपुर चिल्हिया मार्ग का आवागमन सही हो सके।

REPORTED BY – DHARAMVEER GUPTA

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR