एटा (जनमत):- समूचे उत्तर प्रदेश में स्नातक विधान परिषद पद हेतु चुनाव की तैयारियां जोर शोर पर चल रही है। तमाम पार्टियों के उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। और दमखम के साथ स्नातक मतदाताओं के बीच अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इसी क्रम में शिक्षामित्र पद से इस्तीफा दे चुके दिनेश कुमार शर्मा स्नातक विधान परिषद चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। उन्होंने शिक्षामित्रों की लड़ाई को बल प्रदान करने के लिए संकल्प लेते हुए इस चुनाव को लड़ने का मन बनाया।
जिसको लेकर जनपद एटा के अलीगंज नगर में शिक्षा मित्र विजय कुमार शाक्य के यहां एक चुनावी बैठक का आयोजन किया गया ।जिसमें तहसील भर के शिक्षामित्र मौजूद रहे ।इस दौरान स्नातक विधान परिषद के प्रत्याशी दिनेश कुमार शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि वह शिक्षामित्रों के हक की लड़ाई अब राजनीति के माध्यम से लड़ेंगे। और इसी लिए चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरे हैं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि न्यायालय के निर्णय के बाद जो दुखों का पहाड़ शिक्षामित्रों के परिवारों पर टूटा है वह बेहद असहनीय है ।
और जिसको लेकर वह पीड़ित परिजनों से चुनाव के दौरान मिलने पहुंचे तो मृतक शिक्षामित्र के बच्चों ने उनसे अपने पिता और मृतक मां के वापस लौटने की गुहार लगाई ।लेकिन यह सिर्फ कहने में तो आसान है ।लेकिन उनके पास उनके मासूम बच्चों को दिलासा देने के अलावा और कुछ और न था। उन्होंने स्नातक विधान परिषद चुनाव लड़ने का मन बनाया ।और हर एक विधानसभा में शिक्षामित्रों के पदाधिकारियों और शिक्षामित्र साथियों के साथ इस चुनाव को मजबूती से लड़ने का मन बनाया है। उन्होंने कहा कि अगर यह चुनाव जीतकर वह विधान परिषद पहुंचते हैं तो शिक्षामित्रों का मुद्दा उनके लिए अहम होगा ।
और उनकी लड़ाई को अपने मुद्दे में शामिल कर गंभीरता से लेते हुए शासन सरकारों से लड़ाई लड़ेंगे और शिक्षामित्रों का उनको हर दिलाएंगे उन्होंने स्नातक मतदाताओं से अपने लिए मतदान करने की अपील भी की बैठक के दौरान शिक्षामित्र विजय कुमार शाक्य के अलावा अशोक कुमार शाक्य गोपेश समेत सैकड़ों शिक्षामित्र बैठक में शामिल थे।