बदायूं (जनमत):- बदायूं के उझानी कस्बा निवासी वेदराम लोधी की बेटी सुनीता की शादी पिछले साल 25 नवम्बर को बरेली के आलमपुर जाफराबाद निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख श्रीपाल के बेटे प्रदीप कुमार साथ हुई थी। हालांकि गौना नहीं हुआ था। सुनीता के पिता भाजपा नेता हैं तो माँ राजवती नगर पालिका परिषद की सदस्य हैं। वहीं शादी के बाद ही सुनीता ने आलमपुर से पंचायत चुनाव भी लड़ा और प्रधान निर्वाचित हो गई। शादी के बाद सुनीता की हेलीकॉप्टर से विदा होने की इच्छा थी लेकिन उस वक्त यह पूरी न हो सकी इसीलिए रविवार को गौने की रस्म अदायगी के बाद भाजपा नेता ने बेटी को हेलीकॉप्टर से उसकी ससुराल विदा किया।
25 दिसंबर 2020 को हुई थी शादी । शादी के बाद गौना नहीं होने के चलते प्रधानी का चुनाव आगया । सुनीता के ससुराल वाले प्रधानी का चुनाव लड़ाना चाहते थे महिला ससुराल पक्ष के लोगों ने सुनीता को लड़ाने का फैसला किया और सुनीता का वोट ना बनने के कारण सुनीता और उसके पति प्रदीप जी कोर्ट मैरिज कराई गई । जिसके बाद प्रधानी के लिए वोट सुनीता का नाम वोटर लिस्ट में बढ़ा । प्रधानी का चुनाव हुआ जिसमें सुनीता प्रधान चुनी गई ।वेदराम लोधी की बेटी सुनीता के विवाह के बाद गौने की रस्म धूमधाम से की गई। सुनीता की बचपन में ख्वाहिश थी कि मेरी विदाई हेलीकॉप्टर से हो जिसके बाद सुमित के पिता ने हेलीकॉप्टर से अपनी बेटी की विदाई करी ।
विदाई होने की जानकारी कस्बे के लोगों को मिली थी हेलीकॉप्टर आया हुआ है तो आसपास के लोग भी इस विदाई को देखने के लिए पहुंचे । जिसके बाद सुनीता का पति प्रदीप अपनी पत्नी को लेकर हेलीकॉप्टर से अपने गांव आलमपुर जाफराबाद को ले गया। वही विदाई के समय दोनों पक्ष के रिश्तेदार भी हेलीपेड स्थल पर डटे उपस्थित रहे. नगर निवासी भाजपा नेता वेदराम लोधी की बेटी सुनीता का ब्याह 25 दिसंबर को हुआ था। उस दौरान शादी । सुनीता की मां राजवती नगर पालिका परिषद की सदस्य हैं। वहीं शादी के बाद ही सुनीता आलमपुर से प्रधान निर्वाचित हुई थी ।
PUBLISHED BY: -ANKUSH PAL…