मथुरा (जनमत):- भले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बार-बार फैक्ट्रियों और कारखानों के दूषित पानी को लेकर कार्यवाही की बड़ी-बड़ी बातें कहीं जाती हो लेकिन धरातल पर यह बातें सिर्फ हवाई रह जाती है। ताजा मामला मथुरा के गांव देवीपुरा और बाजना से होकर गुजरने वाली नहर का है। यहां के बाशिंदों का कहना है कि इस नहर में लगातार फैक्ट्रियों का गंदा पानी और तेजाब का पानी आता है जिसके कारण आए दिन मछलियां मर जाती है। यदि इस नहर के पानी को कोई पशु या पक्षी पी लेता है तो वह भी बीमार हो जाता है। स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इस नहर के पानी को लेकर शिकायतें भी की गई लेकिन उनकी शिकायतों को सुनने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है।
स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि इन फैक्ट्रियों का खुला खेल प्रदूषण नियंत्रण विभाग की मिलीभगत से चल रहा है यहां अधिकारी आते तो है लेकिन इन फैक्ट्री संचालकों पर कोई भी कार्यवाही नहीं करते। गांव बाजना निवासी चरण सिंह ने नहर के पानी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया इस पानी की वजह से सभी लोग परेशान रहते हैं। गाय, भैंस, पशु, पक्षी यदि इस पानी को पी लेते हैं तो वह बीमार हो जाते हैं क्योंकि इस नहर में यहां लगी कई फैक्ट्रियों का गंदा पानी और तेजाब का पानी आता है। यहां अनेकों फैक्ट्रियां लगी हुई है आए दिन इस नहर में तेजाब के पानी की वजह से मछलियों की भी मौत हो जाती है यह पानी फसल में भी काफी नुकसान करता है।
नहर के पानी के संबंध में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राकेश कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने बताया ऐसा कोई मामला हमारे संज्ञान में अभी तक नहीं था। अब आपके द्वारा यह मामला हमारे संज्ञान में लाया गया है हम इस नहर के पानी की जांच अवश्य कराएंगे और ऐसा कुछ पाया जाता है तो उसके ऊपर विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। अभी तक हमारे पास इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है लेकिन अब हमारे संज्ञान में आया है और हम जो फैक्ट्री संचालक पानी को गंदा कर रहे हैं उनके ऊपर जांच के बाद अवश्य कार्यवाही करेंगे। उनका यह भी कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर प्रदूषण विभाग को लेटर भेजा जा रहा है जिससे कि प्रदूषण विभाग तुरंत नहर के पानी की जांच करें और जो भी पानी को दूषित कर रहे हैं उनके खिलाफ जल्द से जल्द उचित कार्यवाही करें।