मैनपुरी(जनमत):- बदलते मौसम के चलते जनपद मैनपुरी के सैकड़ों गांव मे वायरल फीवर और डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी का प्रकोप चरम सीमा पर फैला हुआ है तो वहीं इस बीमारी का फायदा उठाते हुए झोलाछाप चिकित्सक जिनके पास ना तो डिप्लोमा है और ना ही कोई डिग्री यहां तक जनपद मैनपुरी में कुछ डॉक्टर कक्षा 8 पास ही है वह भी स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में फल फूल रहे इसकी हकीकत का जायजा लेने के लिए जनपद मैनपुरी के अलग-अलग क्षेत्रों से कवरेज कर मीडिया ने हकीकत का जायजा लिया तो कवरेज के दौरान किस तरह के नजारे देखने के मिले आइए आपको रूबरू करवाते हैं|
नजारों से तो चलिए पहले हम आपको जनपद मैनपुरी के थाना किशनी क्षेत्र के कस्बा समान कटरा के फर्जी डॉक्टर बंगाली गुड्डू यादव से जो कभी डॉक्टर बंगाली के अस्पताल में कंपाउंडर बनकर फोड़ा फुंसी की चीर फाड़ का काम करते हैं लेकिन इन दिनों निजी अस्पताल खोलकर फोड़ा फुंसी के अलावा डेंगू और वायरल फीवर के साथ- साथ अन्य गुप्त रोगों का उपचार करते हुए नजर आ रहे हैं जबकि उनके पास कोई भी डिग्री और डिप्लोमा नहीं है|
चलिए हम आपको लेकर चल रहे हैं जनपद के कस्बा करहल में जहां एनएस हॉस्पिटल एक शोरूम के रूप में खुला हुआ है और अच्छा खासा बोर्ड भी लगा हुआ है अस्पताल मैं नॉर्मल डिलीवरी के साथ-साथ भ्रूण हत्या का भी काम होता है यहां तक एमबीबीएस डॉक्टर के नाम भी लिखे हुए लेकिन उपचार के नाम पर अस्पताल संचालक संदीप कुमार ही उपचार करता हुआ नजर आ रहा है| तो चलिए कस्बा करहल के ही एक और चिकित्सक बलराम सिंह से मिल जाते हैं तो यह है डॉक्टर बलराम सिंह जिनके पास डिप्लोमा डी फार्मा का है जो मेडिकल लाइसेंस लेने के काम आता है और मेडिसन बेचने के लिए कारगर होता है लेकिन यह डेंगू और वायरल फीवर का खुलेआम उपचार कर रहे हैं|
चलिए अब आपको ले चल रहे हैं| अब आपको रूबरू करवा रहे हैं एक वृद्ध डॉक्टर एस के शर्मा से जो कमीशन के लिए बीमार लोगों की टेस्ट रिपोर्ट लैब से तो करवाते हैं लेकिन बिना रिपोर्ट देखे ही उपचार करने में बड़े माहिर है तो सो लीजिए यह भी क्या कहते हुए नजर आ रहे हैं इन्हें उपचार करने की अथॉरिटी है या नहीं खुद भी कह रहे हैं कि हमें आती नहीं है फिर भी उपचार कर रहे हैं ऐसा नहीं कि स्वास्थ्य विभाग को फर्जी डॉक्टरों की जानकारी नहीं है लेकिन कार्यालय से संबंध रखते हुए मंथली सुविधा शुल्क देकर खुलेआम उपचार कर रहे हैं जिसके चलते झोलाछाप चिकित्सकों के उपचार से अब तक 6 दिनों में 4 मौतें हो चुकी है फिर भी स्वास्थ्य विभाग मूकदर्शक बना और बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है इस संबंध में जब मीडिया ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पी पी सिंह से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं है अब जानकारी मिली है फर्जी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी|