मैनपुरी(जनमत):- एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार गौ बशीयो की सुरक्षा को लेकर पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपया खर्च कर गौ रक्षा की बात करते हुए जनपद मैनपुरी में भी कई जगह गौशाला बनवा कर उनकी देखरेख के लिए क्षेत्रीय कर्मचारी भी रखे गए हैं लेकिन उनकी देखरेख के अभाव में भूख और प्यास के अलावा सर्दी के प्रकोप से तड़प तड़प कर अब तक कई गायों की मौतें हो चुकी है गौशालाओं में कैद भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी इन गायों की सुध लेने वाला कोई नहीं है ऐसा ही एक मामला जनपद मैनपुरी के नगर पचायत घिरोर में देखने को मिला है जहां चारे की कमी के चलते आए दिन गोवंशयों के मरने का सिलसिला बराबर जारी है जहां एक नहीं दो नहीं 8 -8 गाय मरणासन्न पड़ी हुई है|
तो वही 7 गायो की मौत हो चुकी है मानो यह गौशाला नहीं गायों की मृत साला हो जो कब्रिस्तान में तब्दील होता हुआ नजर आ रहा है आरोप यहां तक है कि गौशालाओं में अब जगह नहीं बची हुई है कि इन गायों को कहीं दफनाया जाए तो फिलहाल इन गायों के शवों को एक कूड़ेदान धोने वाली गाड़ी से बाहर निकाला जा रहा है जो नहर के किनारे सैकड़ों की मात्रा में दफनाए गए गायों के शवों के बराबर में इनके शवों को दफन करने के लिए ले जाया जा रहा है
अब सोचने वाली बात यह है कि एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार गायों को सुरक्षित रखने की बात करती हुई नजर आ रही है और चारे के नाम पर पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपया खर्च किया जा रहा है लेकिन मैनपुरी में भूख और प्यास से तड़प तड़प कर गोवंश अपनी जान दे रहे हैं जैसे मानो गौशाला में ही गायों की जेल हो जो कैदी बंद कर अपनीउम्र कैद की सजा काट रहे हो मृत गायों की शिकायत घिरोर निवासी गौ रक्षा समिति सचिव पदम गुप्ता ने जिलाधिकारी से की शिकायत की सूचना पर मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी घिरोर मान सिंह पुंडीर मौके पर पहुंचे जिन्होंने गौशाला का निरीक्षण किया|
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By:- Gaurav Pandey