फर्जी जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाने के आरोप में ग्राम विकास अधिकारी गये जेल

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रायबरेली/जनमत। रायबरेली जनपद के सलोन में वीडीओ की आईडी से 20 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में एसटीएफ ने वीडीओ समेत दो आरोपितों से पूछताछ कर जेल भेज दिया है। जिला विकास अधिकारी ने आरोपित ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच करने आईजी लखनऊ जोन, आइजी एटीएस, डीएम-एसपी समेत जांच के लिए रायबरेली के सलोन पहुंचे। जहां ग्राम विकास अधिकारी की आईडी से सलोन विकास खंड में 20 हजार से अधिक फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आ गया।

पहले तो पुलिस ने इसकी शिकायत का संज्ञान नहीं लिया, लेकिन एसपी की फटकार के बाद बुधवार की देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ ने वीडीओ समेत दो आरोपितों से पूछताछ की। देर शाम आतंकवाद निरोधक दस्ता एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी और आइजी रेंज प्रशांत कुमार द्वितीय व जिलाधिकारी हर्षिता माथुर भी सलोन पहुंचीं और पुलिस अधिकारियों से जानकारी ली। उधर, विश्व हिंदू परिषद इस प्रकरण को बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारतीय नागरिक बनाने की साजिश का हिस्सा बता रही है। जिला विकास अधिकारी ने आरोपित ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव को निलंबित कर दिया।

दो दिन पूर्व ग्राम विकास अधिकारी ने पुलिस को तहरीर देकर एक जन सुविधा केंद्र संचालक पर उनकी आईडी का इस्तेमाल कर हजारों की संख्या में फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाने की शिकायत की थी। प्रकरण को गंभीरता से न लेते हुए स्थानीय पुलिस ने जांच करने की बात कहकर मामले को टाल दिया। उच्चाधिकारियों ने फटकार लगाई तो बुधवार देर रात सहायक विकास अधिकारी पंचायत जितेंद्र सिंह की तहरीर पर आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।

ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव समेत जन सुविधा केंद्र संचालक जिशान खान का नाम एफआईआर में शामिल किया गया है। एडीओ पंचायत ने शिकायत की है कि तीन ग्राम पंचायतों के ऑनलाइन व ऑफलाइन जन्म प्रमाण पत्र मिलान के दौरान ग्राम विकास अधिकारी की आईडी से अत्यधिक संख्या में प्रमाण पत्र जारी होने की बात सामने आई है। एडीओ पंचायत ने बताया कि जांच के दौरान प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। पुलिस ने जन सुविधा केंद्र के संचालक जिशान खान व ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव को जेल भेज दिया है।
बतादें कि सलोन से जारी किए गए फर्जी प्रमाण पत्र के संदर्भ में बेंगलुरु की पुलिस रायबरेली जांच करने आई थी। इसके बाद जिम्मेदार कर्मचारी ने कार्यवाही के लिए शिकायती पत्र दिया था।

REPORTED BY – MAHATAB KHAN

PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR