गोरखपुर (जनमत):- गोरखपुर के नकहा स्थित लोटस वैली रिजार्ट पर जीएसटी टीम ने बड़ी रेड की है। मंगलवार की सुबह पहुंची जीएसटी टीम करीब 24 घंटे से यहां लगातार छापामारी कर रही है। आम तौर पर शाम होने के बाद टीम रेड बंद हो जाती है और अगले दिन सुबह फिर उसे दोबारा शुरू होती है। लेकिन, इस मामले में जीएसटी टीम पूरी रात रिजार्ट पर ही डटी रही। टीम में शामिल अफसरों का कहना है कि डिपार्टमेंट को बड़ी टैक्स चोरी की शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर रेड की जा रही है।
हालांकि, अब तक की जांच में टीम को कोई बड़ी कामयाबी हाथ नहीं लगी है। टीम में शामिल सदस्यों का कहना है कि जांच जारी है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जबकि, रिजार्ट संचालक अवधेश पांडेय ने छापामारी करने पहुंची जीएसटी टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि बिना सर्च वारंट के ही टीम जबरिया 24 घंटे से उनके रिजार्ट में बैठकर जांच-पड़ताल कर रही है। आदेश मांगने पर टीम के लोग कोई सर्च वारंट नहीं दिखा सके। डिपार्टमेंट से पता करने पर भी मासूम हुआ है कि किसी तरह का कोई सर्च वारंट जारी नहीं किया गया है। यह सिर्फ व्यापारियों को प्रताड़ित करने का तरीका है।
स्टेटमेंट दिखाने के बाद भी टीम ने रख लिए 7 लाख रूपए
इतना ही नहीं, रिजार्ट संचालक अवधेश पांडेय ने छापामारी करने पहुंची टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, मंगलवार की सुबह 11 बजे जब जीएसटी टीम लोकल पुलिस के साथ उनके रिजार्ट पर पहुंची तो वे खुद अपने कर्मचारियों संग मौजूद थे। जांच के दौरान रिजार्ट के दफ्तर में 6.50 लाख रूपए कैश और कैश काउंटर में 50 हजार रूपए रखे थे। जिसे टीम ने अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, मौके पर ही टीम को बैंक स्टेटमेंट भी दिखाया गया कि यह रूपए बैंक से कर्मचारियों को वेतन और बकाया देने के लिए निकाले गए हैं। लेकिन, टीम में शामिल सदस्यों ने उनकी एक न सुनी। देर शाम तक जब जांच में कुछ नहीं मिला और टीम सर्च वारंट नहीं दिखा सकी तो मैं और मेरे कर्मचारी वहां से चले गए। फिलहाल टीम रिजार्ट पर ही मौजूद है।
मामले को मैनेज करने का प्रेशर बना रहे अफसर
संचालक का आरोप है कि रेड में शामिल टीम के लोग लगातार उनसे संपर्क करा मामले को मैनेज करने का दबाव बना रहे हैं। जबकि, उनका कहना है कि जब मेरा कुछ गलत नहीं तो मैं मामला मैनेज क्यों करूंगा। चूंकि, टीम के लोग बिना किसी उच्चाधिकारियों के निर्देश और बिना सर्च वारंट के जांच करने पहुंच तो गए। लेकिन, अब उन्हें पता है कि वे खुद इस मामले में फंस जाएंगे। क्योंकि, रिजार्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों में सबकुछ आवाज के साथ कैद है। जोकि, मेरे मोबाइल पर भी है और मैंने उसकी रिकार्डिंग सेव कर ली है। ताकि, अगर टीम के लोग कैमरे के डीवीआर से भी छेड़छाड़ करते हैं तो भी रिकार्डिंग मेरे पास मौजूद रहेगी। जिसकी सबूत के साथ मैं मुख्यमंत्री और जीएसटी के बड़े अफसरों से शिकायत करूंगा।
रोस्टेड काजू और स्नैक्स लेकर पहुंची थी टीम
जबकि, रात 10 बजे जीएसटी के अस्टिेंट कमिश्नर विवेक मिश्रा के नेतृत्व में टीम के करीब 10 से 12 सदस्य और पुलिस रिजार्ट पर मौजूद रही। टीम के लोग यहां रात रूकने की प्लानिंग करते नजर आए। जिसकी वजह से वे अपने खाने-पीने के लिए रोस्टेड काजू, स्नैक्स, पानी की बातलें सहित सभी इंतजाम करके बैठे थे। छापामारी कर रहे अफसरों का कहना है कि रेड के दौरान संचालक और उनके कर्मचारी काफी देर तक यहां मौजूद थे। लेकिन, जब पंचनामा बनाने की बारी आई तो वे सभी मौके से फरार हो गए। लोग कर्मचारी यहां मौजूद भी हैं, वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। फिलहाल अब तक की जांच में कुछ खास नहीं मिला है। जांच जारी है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
REPORT- AJEET SINGH..
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…